logo-image

Bihar Elections: चिराग पासवान ने लिया नीतीश कुमार को हराने का प्रण, PM मोदी के लिए कही ये बात

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अब पूरे चरम पर है. इस बीच लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री बनने से रोकने का प्रण लिया है.

Updated on: 18 Oct 2020, 11:26 AM

पटना:

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अब पूरे चरम पर है. बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होकर चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा कर चुकी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) लगातार नीतीश कुमार के खिलाफ सख्त तेवर अपनाए हुए है. इसी कड़ी में लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री बनने से रोकने का प्रण लिया है. चिराग ने कहा कि वह नीतीश को फिर से मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे और वो इसके लिए संकल्पित हैं.

यह भी पढ़ें: बिहार: पूर्णिया के IG विनोद कुमार का कोरोना वायरस की वजह से निधन

चिराग पासवान आज पटना गंगा घाट पर पिता रामविलास पासवान के दसकर्म पर बाल मुंडवाने पहुंचे. यहां न्यूज नेशन से बातचीत में चिराग पासवान ने प्रण लेते हुए कहा, 'मैं बीजेपी से सीखता हूं कि मुख्यमंत्री की लोकप्रियता समाप्त होने के बावजूद, जनता में आक्रोश के बावजूद, बीजेपी उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बहुत पहले घोषित कर चुकी है. बीजेपी हर दिन इस बात का प्रमाण भी दे रही है.' उन्होंने कहा, 'मेरे पिता का आखिरी सपना पार्टी अकेले चुनाव लड़े, वो सच कर रहा हूं.'

लोजपा के अध्यक्ष चिराग ने कहा, 'चुनाव की सारी रणनीति उनके पिता (रामविलास पासवान) ने बनाई. पापा ने अस्पताल जाने के पहले भाजपा के कई नेताओं को अपने दिल की बात बताई थी. सीटों पर हम लोगों की चर्चा भाजपा से नहीं हुई थी. गठबंधन से अलग होने के सिवाय कोई विकल्प नहीं था.' उन्होंने कहा कि वह 'बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट' के साथ मुख्यमंत्री नहीं थे और उन्होंने 7 निश्चय पार्ट-2 की घोषणा की. ऐसे में फिर मेरे पास कोई विकल्प नहीं था मेरे पास.

यह भी पढ़ें: बिहार के पूर्व डिप्टी CM तेजस्वी यादव के बारे में जानिए रोचक तथ्य 

उन्होंने कहा, 'मुझे भाजपा से समर्थन की अपेक्षा नहीं है. मुझे दुख होता है कि कैबिनेट में पापा के सहयोगी अब उनकी पार्टी को वोटकटवा कह रहे हैं. मगर मैं अपशब्द नही कह सकता. मेरी आस्था पर रोक नहीं लगा सकते. प्रधानमंत्री मेरे दिल में बसते हैं. उस बुरे समय में वो मेरे साथ थे.'

नीतीश कुमार पर चिराग पासवान ने कहा, 'पिता के देहांत के बाद तीन बार मिले. एक बार आंख तक नहीं मिलाई. अगर उन्होंने मुझे सांत्वना तक दी होती तो मुझे बोलने में संकोच होता. मगर अब तो मुझे उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनने से रोकना है. वो बड़े हैं. मैं उनका सम्मान करता हूं. अगर मिलेंगे तो पांव छूकर प्रणाम करूंगा, मगर उन्हें मुख्यमंत्री बनने से रोकने का हर प्रयास करूंगा. अब मैं चुनावी मैदान में हूं और अब उन्हें रोकने की हर कोशिश होगी.'