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Bihar Election Results 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने एक ऐसी रणनीति को उजागर कर दिया है, जिसकी चर्चा कुछ सप्ताह पहले ही संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने साधारण बातचीत में की थी. जी हां संघ के एक फॉर्मूले ने इस बात को साफ कर दिया है इसी रणनीति ने एनडीए को प्रचंड जीत दिलाने में बड़ो रोल निभाया. संघ पदाधिकारी के शब्द थे- 'बिहार में 1 पर 4 से जीत रहे हैं…' पहली नज़र में यह बात एक साधारण अनुमान लग सकती थी, लेकिन जब उन्होंने इसका गणित समझाया, तो यह स्पष्ट हो गया कि रणनीति असल में कितनी गहरी और प्रभावी थी. आइए जानते हैं क्या था उनके कथन का मतलब और गणित.
‘1 पर 4’ का फार्मूला: गणित जो चुनावी हवा बदल गया
संघ के पदाधिकारी ने बताया कि बिहार में जीविका दीदी योजना के तहत प्रधानमंत्री की ओर से 75 लाख महिलाओं के खातों में 10,000 रुपये की राशि भेजी गई. बात में 25 लाख और महिलाओं के खाते में रकम जमा हुई. कुल 1.40 करोड़ महिलाओं ने इस योजना के लिए आवेदन किया है. लेकिन चुनावी गणित इससे भी बड़ा था.
ये था 1 पर 4 का गणित
उनके अनुसार, एक महिला के साथ कम से कम तीन और लोग—पति, बच्चे, परिवार के बुजुर्ग मतदाता के रूप में जुड़े रहते हैं. यानी लगभग 1.40 करोड़ महिलाओं का मतलब 4 करोड़ से अधिक संभावित वोटर. ऐसे में यह समझना मुश्किल नहीं कि किस वर्ग की पसंद किस ओर झुकी और क्यों नतीजे एनडीए की बढ़त के पक्ष में गए.
हर वर्ग में एनडीए की पकड़ मजबूत
चुनावी आयोग के रुझानों ने यह साफ कर दिया है कि इस बार एनडीए को सिर्फ किसी एक समुदाय या वर्ग का समर्थन नहीं मिला, बल्कि हर तबके से वोटों की महत्वपूर्ण आमद देखने को मिली. लेकिन सबसे निर्णायक समर्थन महिलाओं की ओर से आता दिखा, जिसने एनडीए की जीत को मजबूत आधार दिया. महिलाओं में बढ़ती आर्थिक सुरक्षा और सरकारी योजनाओं से मिलने वाला प्रत्यक्ष लाभ उन्हें मतदान के स्तर पर अधिक निर्णायक बना रहा है. इस बार भी वही प्रभाव देखने को मिला.
नीति + भरोसा = राजनीतिक बढ़त
‘1 पर 4’ वाला फार्मूला सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि इस बात का प्रमाण है कि जब योजनाएँ सीधे जनता—विशेषकर महिलाओं तक पहुंचती हैं, तो उसका राजनीतिक असर अभूतपूर्व होता है. बिहार के 2025 चुनाव इसका सबसे ताज़ा उदाहरण बन चुके हैं.
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