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raghopur seat (social media)
Bihar Election 2025: राघोपुर सीट बिहार की एक अहम विधानसभा सीट है. ये राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का गढ़ बताई जाती है. यह सीट यादव बहुल मानी जाती है. यह सीट काफी समय से आरजेडी के पास है. यहां पर एनडीए ने भी अपना मजबूत उम्मीदवार उतारा है. दूसरी ओर जनसुराज भी पूरे दमखम के साथ यहां से खड़ी हुई है.
राघोपुर सीट की खास बातें
बड़ी राजनीतिक विरासत: आपको बता दें कि यह सीट लालू परिवार की पारंपरिक सीट मानी जाती है. यहां से लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव जैसे दिग्गज नेता जीतकर विधानसभा में पहुंचे.
भाजपा की रणनीति: भाजपा ने राघोपुर सीट से सतीश कुमार यादव को खड़ा किया है. वे पहले राजद में थे और यादव बिरादरी के वोट बैंक में सेंध लगाने का प्रयास कर सकते हैं.
चुनावी महत्व: राघोपुर सीट के रिजल्ट बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव की तरह देखा जा रहा है. यह सीट लालू परिवार के लिए प्रतिष्ठा की सीट है. यहां हारने का अर्थ है के बड़े मायने हैं.
राघोपुर में रोचक होगा मुकाबला
आपको बता दें कि राघोपुर विधानसभा सीट को लालू फैमिली का गढ़ माना जाता है. लालू यादव ने इस सीट पर 1995 और 2000 में जीत हासिल की थी. वहीं, उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी इस सीट तीन बार जीती हैं. अब इस सीट पर लालू-राबड़ी के छोटे बेटे तेजस्वी खड़े होते आए हैं. वे 2015 से इस सीट की अगुवाई कर रहे हैं. इस बार भी राजद ने तेजस्वी को ही मैदान में उतारा है.
13,006 वोटों के अंतर से चुनाव हारे
वहीं, बीजेपी ने राघोपुर सीट से सतीश कुमार यादव पर दांव लगाया है. ये वही सतीश कुमार हैं, जिन्होंने 2010 के चुनाव में राबड़ी देवी को 13,006 वोटों के अंतर से चुनाव हराकर बड़ा सियासी उलटफेर किया था.
राबड़ी देवी को 51,216 मत प्राप्त हुए
सतीश कुमार यादव को 64,222, वहीं राबड़ी देवी को 51,216 मत प्राप्त हुए. हालांकि, बाद में 2015 और 2020 के चुनाव में सतीश कुमार यादव को तेजस्वी के सामने हार मिली. इस सीट पर जन सुराज के चंचल सिंह की वजह से मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है.
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