Bihar School Timing Change: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक अपने सख्त नियमों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. केके पाठक यहां तक की खुद सरकार के सहयोगी पार्टी के एमएलसी नवल किशोर यादव जो शिक्षक निर्वाचन से चुनकर आए हैं, उन्होंने भी अब केके पाठक पर सवाल उठाए हैं. नवल किशोर ने कहा है कि, ''इस तर के फैसले एनडीए सरकार की छवि को बिगाड़ रहे हैं. विभाग का ये फैसले शिक्षकों को प्रताड़ित करने वाला है, केके पाठक मानसिक रूप से बीमार हो चुके हैं. शिक्षकों में इसे लेकर आक्रोश है.''
कांग्रेस नेताओं ने शिक्षा मंत्री को लिखा ये पत्र
वहीं आपको बता दें कि कांग्रेस के नेताओं ने भी शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि, ''इतने सुबह उठकर शिक्षक और शिक्षिकाएं स्कूल कैसे पहुंचेगीं. कई जगहों पर यातायात के साधन भी नहीं हैं. घर की जिम्मेदारी महिला शिक्षकों पर होती है. इतनी सुबह उठना फिर सारा काम करके स्कूल पहुंचना, ये उनके सेहत के अनुकूल नहीं होगा.'' वहीं अब कांग्रेस नेता शकील अहमद ने भी इस नियम पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि, ''ना तो बच्चे के लिए सही है ना ही शिक्षकों के अनुकूल है. सरकार इस नियम को वापस ले और फिर से स्कूल की टाइमिंग 6:30 की जाए.''
दरअसल, गर्मी को देखते हुए केके पाठक ने सरकारी स्कूलों का समय सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर दिया है. इसे लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी है, अब टाइम टेबल में संशोधन की मांग की जा रही है. बिहार विधान परिषद के पांच सदस्यों ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि, ''वर्तमान समय को बदलकर सुबह 6.30 से 11.30 कर दिया जाए, ताकि शिक्षकों और बच्चों को स्कूल पहुंचने में परेशानी ना हो.'' अब इसमें देखना ये होगा कि, एमएलसी की इस मांग को शिक्षा विभाग कितनी गंभीरता से लेता है.
केके पाठक के नए और बेतुके फरमान से समय बदलेगा या फिर टकराव जारी रहेगा. शिक्षकों और राजनेताओं के बीच खलबली मची हुई है, जहां एक तरफ सरकारी स्कूल के कुछ शिक्षक उनके पक्ष में हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ उनसे बेहद नाराज हैं. इन शिक्षकों के समर्थन में बिहार में पक्ष-विपक्ष के नेता भी उतर आये हैं. केके पाठक ने सरकार के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है. एक बार फिर स्कूल की टाइमिंग को लेकर बहस छिड़ गई है.
आपको बता दें कि केके पाठक ने इन दिनों स्कूल का समय सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर दिया है. इस नए स्कूल टाइमटेबल के आते ही बिहार में एक बार फिर केके पाठक को लेकर हंगामा मच गया है. वहीं अब विपक्षी नेताओं ने सरकार से सवाल पूछना शुरू कर दिया है कि शिक्षकों को इस तरह से क्यों परेशान किया जा रहा है.
HIGHLIGHTS
- केके पाठक का नया फरमान फिर बना सरकार के लिए मुसीबत
- नए फरमान को लेकर बिहार में फिर शुरू हुई सियासत
- फिर टेंशन में केके पाठक के शिक्षक और पदाधिकारी
Source : News State Bihar Jharkhand