बिहार में जमुई के शास्त्री कालोनी से अगवा डीएवी स्कूल के पांचवी कक्षा का छात्र ट्रेन में टिकट चेकिंग के दौरान अपहरणकर्ताओ को चकमा देकर 16 घंटे बाद अपने घर लौट आया है. बताया जा रहा है कि सदर थाना क्षेत्र के शास्त्री कालोनी निवासी रंधीर सिंह का 12 वर्षीय पुत्र गौरी शंकर जो शहर के डीएवी स्कूल में पांचवी कक्षा का छात्र है. जो 31 जुलाई बुधवार की शाम 4:30 बजे के करीब कालोनी स्थित किराने के दुकान से साबून लाने के लिए गया था.
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वहीं पहले से मौजूद चार अपहरणकर्ताओ ने उसके पुत्र को कालोनी स्थित सरकारी स्कूल के पास से उसके मुंह पर कपडा बांधकर उसे जबरन एक सादे रंग के बोलेरो में बैठा अपहरण की घटना को अंजाम दिया. इसके बाद अपहरणकर्ता बच्चे को लेकर जमुई रेलवे स्टेशन ले गए. यहां बच्चे ने शोर मचाने की कोशिश की तो अपहरणकर्ताओं ने उसे ट्रेन से नीचे फेकने की धमकी देकर चुपचाप बैठकर चलने को कहा.
टिकट चेकिंग के दौरान मौका देख छात्र अपहरणकर्ताओं के चंगुल से हुआ फरार
छात्र का अपहरण कर ले जाने के दौरान जसीडीह- पटना रेलखंड के लखीसराय रेलवे स्टेशन के समीप जैसे ही ट्रेन में टीटी द्वारा यात्रियो से टिकट चेकिंग करने लगा. वैसे ही अपहरणकर्ता जिसके पास टिकट नही था. वह इधर-उधर भागने लगा. जिसका फायदा उठाते हुए अपहृत छात्र गौरी शंकर ट्रेन से उतर कर ओवर ब्रीज का इस्तेमाल करते हुए प्लेटफ्रार्म चेंज कर दो नबंर प्लेटफ्रार्म से एक नबंर पर खडी ट्रेन पर चढ़ बरोनी रेलवे स्टेशन पहुंच गया. जहां स्टेशन के पूछताछ केन्द्र से जानकारी ले ट्रेन पकड़ वापस किउल रेलवे स्टेशन दो बजे रात को पहुंचा.
किउल रेलवे स्टेशन पर बिताई रात
किउल रेलवे स्टेशन से देर रात जमुई आने के लिए कोई ट्रेन नहीं मिलने पर छात्र गौरी शंकर ने अकेले प्लेटफ्रार्म पर ही रात बितायी. वहीं सुबह होते ही पूछताछ केन्द्र पर पहुंच. जानकारी प्राप्त कर हावडा जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन पर चढकर गुरूवार की सुबह 7:50 बजे जमुई रेलवे स्टेशन पहुंचा. जहां से वह ऑटो से 8:30 बजे अपने घर पहुंच गया. इसके बाद गौरी शंकर ने घटना की पूरी जानकारी अपने परिजनो को दी. जिसके बाद इस घटना की जानकारी सदर थानाध्यक्ष राजेश शरण को दी गई. वहीं बच्चे को घर वापस लौटने की खबर के बाद परिजनो में खुशी की लहर दौड़ गई.
Source : गौतम