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बिहार के दबंग ASI की दादागिरी, दिव्यांग शिक्षक को थानें बुलाकर 4 घंटे तक किया ये काम

बिना किसी FIR के ही शिक्षक को थानें लाया गया था. उसके साथ मारपीट भी की गई. बेरहमी से पिटाई के इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है तथा पिटाई के दौरान का ऑडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है.

Updated on: 14 Jul 2022, 06:58 PM

Rohtas:

बिहार में पुलिस की दादागिरी काफी आम बात है. अक्सर ऐसे मामलें निकल कर सामने आते रहते हैं. कभी दिन-दहाड़े सड़क पर बाइक सवार को पीटा जाता है, तो कभी घर से जबरन किसी को उठा कर पुलिस ले जाती है. एक बार फिर ऐसे ही मामला रोहतास जिलें से निकल कर सामने आया है. नौहट्टा थाना के एएसआई ने एक दिव्यांग शिक्षक की पिटाई कर दी है.दरसल, तिलौथू के प्राथमिक विद्यालय के दृष्टि दिव्यांग शिक्षक संजय कुमार विश्वकर्मा के परिवार में जमीन का कोई विवाद चल रहा है. उसी विवाद में बताया जाता है कि नौहट्टा थानें के एएसआई मनीष कुमार ने उसे घर पर जाकर थानें  आने के लिए कहा,जब शिक्षक संजय कुमार विश्वकर्मा थानें  पहुंचे तो आरोप है कि एएसआई मनीष कुमार उनके साथ गाली गलौज करने लगे.

जिस पर पीड़ित ने अपने मोबाइल में रिकॉर्डिंग शुरू करना चाहा तो  नाराज होकर थानें  के कमरे में बंद कर 4 घंटे तक शिक्षक को यातनाएं दी गई. पिटाई से शिक्षक के शरीर पर जख्म उभर आए हैं. जब स्थिति बिगड़ने लगी एवं सूचना पर थाने पहुंचे परिवार के लोग चीखने चिल्लाने लगे तब शिक्षक को छोड़ा गया. इसके बाद शिक्षक ने अपना इलाज कराया तथा पुलिस के वरीय अधिकारियों को सूचना दी है. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

बिना किसी FIR के ही शिक्षक को थानें लाया गया था. उसके साथ मारपीट भी की गई. बेरहमी से पिटाई के इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है तथा पिटाई के दौरान का ऑडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है. बता दें कि जब शिक्षक संजय विश्वकर्मा पुलिस के बुलावे पर थाने पहुंचे और थाने पर जब बातचीत हो रही थी. उसी दौरान सहायक उप निरीक्षक मनीष कुमार शर्मा को शक  हुआ कि आपस की बातचीत को संजय विश्वकर्मा रिकॉर्ड कर रहे हैं. इसके बाद पुलिसकर्मी आपे से बाहर हो गए और गंदी-गंदी गालियां देते हुए पिटाई शुरू कर दी. इस दौरान तमाम बातें मोबाइल में रिकॉर्ड हो गई. बता दें कि एएसआई ने मोबाइल छीन कर तमाम वीडियो तथा अन्य सबूत मिटाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन संजोग से रिकॉर्ड हुआ ऑडियो रीसाइकिलबीन में रह गया. जिस कारण वह डिलीट नहीं हो सका और सबूत के तौर पर वह ऑडियो सामने आया है.

शिक्षक ने इसकी शिकायत की थी लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ है, ना ही कोई कदम उठया गया है जिससे शिक्षक का पूरा परिवार नाराज़ है, साथ ही न्याय की मांग कर रहा है. बिना किसी FIR के शिक्षक को थानें कैसे बुलाया गया और मार पिट भी की गई.