मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पटना के शास्त्री नगर स्थित इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ERSS) कमांड एंड कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया. साथ ही उन्होंने 400 इमरजेंसी रिस्पांस वाहनों को झंडी दिखाकर रवाना किया. इन वाहनों में से 100 वाहन पटना जिले को दिए जाएंगा, जबकि 300 वाहन अन्य जिलों में दिए जाएगा. बिहार में आपातकालीन सेवाओं के लिए अब सिर्फ डायल 112 नंबर रहेगा. बुधवार से आपात सेवाओं के लिए 112 नंबर डायल करना होगा. इस नंबर पर पुलिस, अग्निशमन और एंबुलेंस से जुड़ी सेवाएं मिलेंगी. फिलहाल डायल 100 या 101 पर किये जाने वाले कॉल भी इसी कमांड एंड कंट्रोल रूम को ट्रांसफर होंगे. पुलिस अग्निशमन और एंबुलेंस सेवा के लिए 112 नंबर होगा.
इंस्पेक्टर से एसपी रैंक तक के अफसर तैनात
स्टेट ऑफ द आर्ट केंद्रीय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का भी आज लोकार्पण किया गया. बिहार में इस पर लगभग एक साल से काम किया जा रहा था. पटना समेत कई जिलों में इसका ट्रायल चल रहा था. करीब सात हजार पुलिसकर्मियों को आपातकालीन सेवाएं मुहैया कराने के लिए लगाया गया है. इसमें सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक के पुलिसकर्मी शामिल हैं. एसपी रैंक के भी दो अफसरों को लगाया गया है. आईजी वायरलेस इसे मॉनिटर करेंगे.
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इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आपात नंबर 112 के वाहनों को पटना जिले के सभी निर्धारित जगह और अन्य जिलों के जिला मुख्यालयों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर वाहनों को तैनात करने की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने ये भी सलाह दिया कि गाड़ियों के अलावे 500 मोटरसाईकिलें भी रखी जाएं, जिससे कार्यक्षमता और दक्षता और बेहतर हो सकेगी.
आज महिला सशक्तिकरण का जुड़ा नया अध्याय : नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री ने इस बात की तारीफ की है कि आपात नंबर 112 के कॉल सेंटर में कार्यरत सभी कर्मी महिलाएं हैं, जो दक्षता के साथ सभी कार्यों को सकुशल तरीके से हैंडल कर रही हैं. उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि आज महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक और नया अध्याय जुड़ गया है. यह अत्यंत खुशी की बात है कि हर गाड़ी में 3 से 4 पुलिस बल तैनात किए जा रहे हैं, जिससे समस्याओं का समाधान और बेहतर तरीके से किया जा सकेगा.
'वरिष्ठ पदाधिकारी इस व्यवस्था की लगातार करें मॉनिटरिंग'
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति जैसे अपराध की घटना, आगजनी, वाहन दुर्घटना की स्थिति या महिला, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा से संबंधित बात हो तो बिहार के किसी भी कोने से कोई भी व्यक्ति 112 नंबर पर निःशुल्क कॉल कर सकता है। सीएम ने कहा कि आपात नंबर 112 का व्यापक प्रचार प्रसार करते रहें और वरिष्ठ पदाधिकारी इस व्यवस्था की लगातार मॉनिटरिंग करते रहें, ताकि लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसके सफल क्रियान्वयन से लोगों का पुलिस और प्रशासन पर भरोसा और बढ़ेगा.
HIGHLIGHTS
- आपातकालीन सेवाओं के लिए होगा सिर्फ डायल 112 नंबर
- इंस्पेक्टर से एसपी रैंक तक के अफसर तैनात
- सीएम नीतीश कुमार ने किया लांच