लालू यादव और अन्य के खिलाफ पड़े सीबीआई के छापे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को नालंदा के राजगीर में सभी बड़े अधिकारियों की बैठक बुलाकर संभावित बड़े राजनीतिक प्रदर्शन को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है।
बता दें कि शुक्रवार सुबह सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने 2006 में रांची और पुरी के होटलों के टेंडर दिए जाने के मामले में हुई कथित अनियमितता को लेकर तत्कालीन रेलवे मंत्री, उनकी पत्नी और बेटे के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जिसके बाद नीतीश कुमार ने भविष्य में राजद (राष्ट्रीय जनता दल) कार्यक्रताओं द्वारा प्रदर्शन किये जाने की संभावना को लेकर सभी बड़े अधिकारियों को अलर्ट रहने के कहा है।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, गृह प्रधान सचिव आमिर सुबहानी और पुलिस महानिदेशक पी के ठाकुर को बैठक में बुलाकर इस बारे में हिदायत दी है।
नीतीश कुमार ने भविष्य में राजद कार्यक्रताओं द्वारा प्रदर्शन किये जाने की संभावना को लेकर सभी बड़े अधिकारियों को अलर्ट रहने के कहा है।
सीएम ने कहा कि लालू यादव के ख़िलाफ़ सीबीआई जांच कर रही है। ऐसे में संभव है कि उनके कार्यकर्ता आने वाले समय में जगह-जगह प्रदर्शन करे। इसलिए राज्य में क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी ज़रूरी क़दम उठाए जाए।
सीबीआई ने लालू यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, सरला गुप्ता (आरजेडी सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी), विजय कोचर और विनय कोचर के अलावा आईआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पी के गोयल के खिलाफ 5 जुलाई को एफआईआर दर्ज किया था।
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रांची और पुरी में होटल्स के डिवेलपमेंट, मेंटनेंस और ऑपरेशन का ठेका दिए जाने के मामले में हुई कथित अनियमितता को लेकर जांच एजेंसी ने मामला दर्ज किया है।
सीबीआई ने आईआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक, एक व्यक्ति, एक निजी मार्केटिंग कंपनी के दो निदेशक और एक अन्य कंपनी के दो निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एजेंसी इस मामले में दिल्ली, पटना, रांची, पुरी और गुरुग्राम में 12 ठिकानों की तलाशी ले रही है।
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Source : News Nation Bureau