बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कैबिनेट विस्तार किया। उन्होंने अपने कैबिनेट में 26 मंत्रियों को जगह दी है।
नीतीश कैबिनेट में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कोटे से 11, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से 14 और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) से एक विधायक को जगह दी गई है। नीतीश कुमार ने विभागों का भी बंटवारा कर दिया है।
सभी विधायकों को बिहार के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने मंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले मुख्यमंत्री आवास पर काफी देर तक माथापच्ची हुई। नीतीश कुमार के कैबिनेट में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और हिंदुतानी अवाम मोर्चा (हम) के नेताओं को जगह नहीं दी गई है।
जेडीयू कोटे से कौन बने मंत्री?
ललन सिंह, विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, कृष्णनंदन वर्मा, महेश्वर हजारी, मदन सहनी, संतोष निराला, खुर्शीद आलम फ़िरोज़, शैलेश कुमार, जयकुमार सिंह, मंजू वर्मा, कपिल देव कामत, रमेश ऋषिदेव, दिनेश चंद्र यादव।
बीजेपी कोटे से कौन बने मंत्री?
नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार, रामनारायण मंडल, मंगल पांडेय, विनोद नारायण झा, सुरेश शर्मा, कृष्ण कुमार ऋषि, विनोद कुशवाहा, राणा रणधीर, विजय सिन्हा और प्रमोद कुमार को मंत्री बनाया गया, वहीं लोकजनशक्ति पार्टी के कोटे से पशुपति कुमार पारस को मंत्री बनाया गया है।
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बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मंगल पांडेय को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा, लेकिन उनके पटना में नहीं रहने के कारण वह आज शपथ नहीं ले सके।
सुशील मोदी को मिला वित्त व वाणिज्य
उपमुख्यमंत्री बने सुशील कुमार मोदी (सुमो) को वित्त, वाणिज्य कर और वन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नीतीश मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री का दायित्व संभाल रहे सुशील कुमार मोदी को वित्त, वाणिज्य कर और वन विभग की जिम्मेवारी सौंपी गई है, जबकि विजेंद्र प्रसाद यादव को एकबार फिर ऊर्जा विभाग का दायित्व सौंपा गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व में विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार को कृषि विभाग की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
नीतीश के करीबी माने जाने वाले राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को एकबार फिर जल संसाधन, योजना विकास का दायित्व सौंपा गया है, जबकि भाजपा नेता नंद किशोर यादव को पथ निर्माण विभाग की जिम्मेवारी दी गई है। श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य विभाग, रामनारायण मंडल को राजस्व, भूमि सुधार, जय कुमार सिंह को उद्योग, विज्ञान प्रौद्यौगिकी तथा प्रमोद कुमार को पर्यटन विभाग का जिम्मा दिया गया है।
शिक्षा विभाग कृष्णनंदन वर्मा को सौंपी गई, जबकि भवन निर्माण विभाग मंत्री महेश्वर हजारी को तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की जिम्मेवारी विनोद नारायण झा को सौंपी गई है। इसके अलावा शैलेश कुमार को ग्रामीण कार्य विभाग, सुरेश शर्मा को नगर विकास एवं आवास, मंत्रिमंडल में एक मात्र महिला मंजू वर्मा को समाज कल्याण विभाग, विजय सिन्हा को श्रम संसाधन विभाग, संतोष निराला को परिवहन विभाग तथा राणा रणधीर को सहकारिता जैसे अहम विभाग सौंपे गए हैं।
नीतीश मंत्रिमंडल में एकमात्र अल्पसंख्यक चेहरा खुर्शीद उर्फ फिरोज को अल्पसंख्यक कल्याण और गन्ना उद्योग विभाग, विनोद सिंह को खान एवं भूतत्व, मदन सहनी को खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, कृष्ण कुमार ऋषि को कला संस्कृति विभाग, कपिल देव कामत को पंचायती राज विभाग, दिनेश चंद्र यादव को लघु सिंचाई एवं आपदा प्रबंधन विभाग की जिम्मेवारी दी गई है।
रमेश ऋषिदेव को अनुसूचित जनजाति, कल्याण विभाग, बृज किशोर बिंद को पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा विभाग तथा पशुपति पारस को पशु एवं मत्स्य संसाधन का दायित्व सौंपा गया है। इसके अलावा शेष विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पास रखी है।
महागठबंधन में विवाद के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर महागठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी थी।
इसके अगले दिन नीतीश ने बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के समर्थन से छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शुक्रवार को बिहार में एनडीए की नई सरकार ने विधानसभा में बहुमत हासिल किया था।
HIGHLIGHTS
- नीतीश कुमार कैबिनेट में शामिल हुए 26 मंत्री
- बीजेपी कोटे से 11, जेडीयू से 14 और एलजेपी कोटे से 1 बने मंत्री
- राजभवन में राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने दिलाई मंत्रियों को शपथ
Source : News Nation Bureau