Chirag Paswan target Lalu Yadav: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 28वें स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी प्रमुख लालू यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि मोदी सरकार कमजोर है और अगस्त तक गिर सकती है. लालू यादव के इस बयान ने राजनीतिक हलचल मचा दी है. लालू यादव के बयान पर लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि लालू यादव अपने कार्यकर्ताओं को उलझाने और भ्रमित करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं. चिराग पासवान ने कहा, ''पिछले पांच साल में उनके कार्यकर्ता तैयारी नहीं कर पाए थे. परिणाम सबके सामने है. कितनी सीटों पर लड़े और कितनी सीटों पर जीत हासिल की, यह सभी जानते हैं. अपने कार्यकर्ताओं को उलझाने और फंसा कर रखने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं. अभी अगस्त की तारीख दी है, फिर दिसंबर और फिर अगले पांच साल की तारीख देंगे. जिस मजबूती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह सरकार चल रही है, अगले पांच साल भी यह सरकार कई बड़े और कड़े फैसले लेगी.''
नित्यानंद राय का पलटवार
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भी लालू यादव के बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ''लालू यादव हसीन सपने देख रहे हैं. तीसरी बार देश और बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रधानमंत्री बनाकर अपनी इच्छा जता दी है कि प्रधानमंत्री मोदी ही भारत के सच्चे सपूत हैं और देश को आगे बढ़ा सकते हैं. बिहार की जनता प्रधानमंत्री मोदी, नीतीश कुमार, एनडीए और बीजेपी में विश्वास करती है. वे जंगलराज स्थापित नहीं होने देना चाहती है.''
लालू यादव का बयान
राजद प्रमुख लालू यादव ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ''मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से तैयार रहने की अपील करता हूं, क्योंकि चुनाव कभी भी हो सकते हैं. दिल्ली में मोदी सरकार बहुत कमजोर है और अगस्त तक गिर सकती है.''
वहीं लालू यादव के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. उनकी यह टिप्पणी आने वाले चुनावों के संकेत के रूप में देखी जा रही है. इसके साथ ही, उनके इस बयान ने विपक्षी दलों को भी एकजुट होने का संकेत दिया है. लालू यादव के बयान ने विपक्ष को एक नई ऊर्जा दी है और राजनीतिक चर्चा का नया दौर शुरू कर दिया है.
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
लालू यादव के बयान पर विभिन्न राजनीतिक दलों से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. कई नेता इसे उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने का प्रयास मान रहे हैं. वहीं, कुछ इसे सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी के रूप में देख रहे हैं. इस तरह के बयान भारतीय राजनीति में अक्सर देखे जाते हैं, जहां विपक्षी नेता सरकार की कमजोरी को उजागर करने का प्रयास करते हैं. लालू यादव के बयान ने निश्चित रूप से सियासी माहौल को गर्म कर दिया है और आने वाले दिनों में इस पर और भी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं.
इस समय राजनीतिक पटल पर जो घटनाक्रम हो रहे हैं, वे भविष्य की राजनीति को काफी प्रभावित कर सकते हैं. लालू यादव का यह बयान और उस पर आने वाली प्रतिक्रियाएं इस बात का संकेत हैं कि भारतीय राजनीति में अभी भी बहुत कुछ बदल सकता है.
HIGHLIGHTS
- लालू यादव के दावे पर चिराग पासवान का पलटवार
- अगस्त तक गिर सकती है सरकार - लालू यादव
- बयान से सियासी हलचल तेज
Source : News State Bihar Jharkhand