एक ओर जहां सुशासन बाबू की सरकार बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव राह और सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा पेश कर रही है. वहीं दूसरी ओर बाढ़ पीड़ितों के हाथों उनके अधिकारियों की पिटाई नीतीश सरकार के कथित दावे की पोल खोलने के लिए काफी है. मोतिहारी के बाद अब बिहार के सीतामढ़ी में बाढ़ पीड़ितों द्वारा सीओ और कर्मचारी की पिटाई किये जाने की तस्वीर सामने आई हैं. घटना जिला मुख्यालय डुमरा के मेथौरा पंचायत की है.
जहां बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण करने गए सीओ समीर कुमार और कर्मचारी आनंद कुमार झा के साथ ग्रामीणों ने मारपीट की है. बाढ़ राहत से बंचित आक्रोशित ग्रामीणों ने सीओ की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है.
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इस दौरान सैकड़ों की संख्या में उपस्थित महिला पुरुष ने सीओ और कर्मचारी को नदी मे फेकने की भी कोशिश की. लेकिन समय पर पहुंची डूमरा थाना पुलिस ने दोनों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ा लिया. ग्रामीणों का आरोप था कि मेथौरा गांव में बाढ़ के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है. लोग अपने घर से निकल कर बाहर रहने को मजबूर हैं. लोग भूखे पेट सो रहे हैं. लेकिन सीओ और क्रमचारी ने बिना निरक्षण किए गांव को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित नहीं किया गया है.
Source : Adityanand Arya