logo-image

जानिए उस महिला IPS के बारे में जिससे डर के फरार हो गए हैं बाहुबली विधायक अनंत सिंह

लिपि सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रीवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत FIR रजिस्टर करवाई है. जिसके बाद अनंत सिंह फरार हो गए हैं.

Updated on: 23 Aug 2019, 12:27 PM

highlights

  • IPS Lipi Singh की कार्रवाई के चलते फरार हैं अनंत सिंह. 
  • लिपि सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रीवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत FIR रजिस्टर करवाई है.
  •  मोकामा से निर्दलीय विधायक हैं बाहुबली अनंत सिंह.

बिहार (Bihar) के मोकामा से निर्दलीय विधायक और बाहुबली अनंत सिंह (Anant Singh) की मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं. उनके साम्राज्य को हिला देने वाली युवा आईपीएस अधिकारी और पटना के बाढ़ अनुमंडल की एडिशनल एसपी लिपि सिंह (Lipi Singh) आजकल खूब चर्चा में बनी हुई है. अनंत सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए लिपि सिंह ने कुछ दिन पहले मोकामा में स्थित उसके पैतृक गांव लदमा में छापेमारी की थी और उसके घर से एक AK-47 राइफल, 22 जिंदा कारतूस और 2 देसी बम बरामद किए थे. इसी बरामदगी को लेकर लिपि सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रीवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत FIR रजिस्टर करवाई है. जिसके बाद अनंत सिंह फरार हो गए हैं.लिपि सिंह 2016 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. लिपि सिंह ने पिछले कुछ दिनों में 'छोटे सरकार' के नाम से मशहूर अनंत सिंह के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की है कि अब फिलहाल गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे है.लिपि सिंह की अब तक पहचान यही रही थी कि वह जदयू के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Cm Nitish Kumar) के बेहद करीबी और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह की बेटी हैं. मगर पिछले कुछ दिनों में जिस तरीके से लिपि सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की है.अनंत सिंह (Anant Singh) को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने जब उसके पटना आवास पर छापेमारी की तो उसे इसके बारे में पहले ही जानकारी मिल गई थी और वह वहां से फरार हो गया. हाल ही में अनंत सिंह का एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हुआ था जहां पर वह अपने एक प्रतिद्वंदी, भोला सिंह की हत्या की साजिश रचता हुआ सुनाई दे रहा है.. इस मामले में भी लिपि सिंह ने अनंत सिंह समेत लल्लू मुखिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. लल्लू सिंह फरार अनंत सिंह का दाहिना हाथ कहा जाता है.
Ak-47 मामले में अनंत सिंह के फरार होने के बाद लिपि सिंह ने लल्लू मुखिया पर दबिश बनाना शुरू किया जिसके बाद वह भी फरार हो गया. लल्लू मुखिया की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए लिपि सिंह ने कोर्ट से उसके संपत्ति कुर्की का आदेश प्राप्त किया और फिर ताबड़तोड़ लल्लू मुखिया के संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी.
लिपि सिंह आईपीएस बनने के बाद अपने कैरियर के छोटे से अंतराल में ही विवादों से भी काफी घिरी रही हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी की शिकायत पर चुनाव आयोग ने लिपि सिंह का बाढ़ एडिशनल एसपी से तबादला कर आतंक निरोधक दस्ते में कर दिया था. नीलम देवी कांग्रेस के टिकट पर मुंगेर से जदयू उम्मीदवार लल्लन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं. चुनाव में लल्लन सिंह ने नीलम देवी को हरा दिया था.चुनाव समाप्त होने के बाद लिपि सिंह एक बार फिर से बाढ़ एडिशनल एसपी के पद पर ट्रांसफर कर दी गई थीं. दूसरी बार बाढ़ के एडिशनल एसपी का पदभार संभालने के बाद ही लिपि सिंह ने अनंत सिंह के साम्राज्य के खिलाफ हल्ला बोल कर दिया है.सूत्रों के मुताबिक, लिपि सिंह को दोबारा बाढ़ एडिशनल एसपी का पदभार उसके सांसद पिता आरसीपी सिंह की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजदीकियों के वजह से मिला है. लिपि सिंह ने अपने क्षेत्र में अवैध हथियार के खिलाफ अभियान चलाकर रखा हुआ है जिसकी वजह से अनंत सिंह और उसके गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है.

नई दिल्ली:

बिहार (Bihar) के मोकामा से निर्दलीय विधायक और बाहुबली अनंत सिंह (Anant Singh) की मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं. उनके साम्राज्य को हिला देने वाली युवा आईपीएस अधिकारी और पटना के बाढ़ अनुमंडल की एडिशनल एसपी लिपि सिंह (Lipi Singh) आजकल खूब चर्चा में बनी हुई है. अनंत सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए लिपि सिंह ने कुछ दिन पहले मोकामा में स्थित उसके पैतृक गांव लदमा में छापेमारी की थी और उसके घर से एक AK-47 राइफल, 22 जिंदा कारतूस और 2 देसी बम बरामद किए थे.

इसी बरामदगी को लेकर लिपि सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रीवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत FIR रजिस्टर करवाई है. जिसके बाद अनंत सिंह फरार हो गए हैं.

यह भी पढ़ें: बिहार : पूर्व नक्सली मदन यादव हत्या मामले में पुलिस ने 1 को किया गिरफ्तार
लिपि सिंह 2016 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. लिपि सिंह ने पिछले कुछ दिनों में 'छोटे सरकार' के नाम से मशहूर अनंत सिंह के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की है कि अब फिलहाल गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे है.
लिपि सिंह की अब तक पहचान यही रही थी कि वह जदयू के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Cm Nitish Kumar) के बेहद करीबी और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह की बेटी हैं. मगर पिछले कुछ दिनों में जिस तरीके से लिपि सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की है.
अनंत सिंह (Anant Singh) को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने जब उसके पटना आवास पर छापेमारी की तो उसे इसके बारे में पहले ही जानकारी मिल गई थी और वह वहां से फरार हो गया. हाल ही में अनंत सिंह का एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हुआ था जहां पर वह अपने एक प्रतिद्वंदी, भोला सिंह की हत्या की साजिश रचता हुआ सुनाई दे रहा है.. इस मामले में भी लिपि सिंह ने अनंत सिंह समेत लल्लू मुखिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. लल्लू सिंह फरार अनंत सिंह का दाहिना हाथ कहा जाता है.

यह भी पढ़ें: Bihar-Jharkhand Breaking News : नेपाल में हो रही लगातार बारिश से उफनाई बिहुल नदी

Ak-47 मामले में अनंत सिंह के फरार होने के बाद लिपि सिंह ने लल्लू मुखिया पर दबिश बनाना शुरू किया जिसके बाद वह भी फरार हो गया. लल्लू मुखिया की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए लिपि सिंह ने कोर्ट से उसके संपत्ति कुर्की का आदेश प्राप्त किया और फिर ताबड़तोड़ लल्लू मुखिया के संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी.

लिपि सिंह आईपीएस बनने के बाद अपने कैरियर के छोटे से अंतराल में ही विवादों से भी काफी घिरी रही हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी की शिकायत पर चुनाव आयोग ने लिपि सिंह का बाढ़ एडिशनल एसपी से तबादला कर आतंक निरोधक दस्ते में कर दिया था. नीलम देवी कांग्रेस के टिकट पर मुंगेर से जदयू उम्मीदवार लल्लन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं. चुनाव में लल्लन सिंह ने नीलम देवी को हरा दिया था.

यह भी पढ़ें: बिहार में मदरसों के लिए मकान बनाएगी सरकार
चुनाव समाप्त होने के बाद लिपि सिंह एक बार फिर से बाढ़ एडिशनल एसपी के पद पर ट्रांसफर कर दी गई थीं. दूसरी बार बाढ़ के एडिशनल एसपी का पदभार संभालने के बाद ही लिपि सिंह ने अनंत सिंह के साम्राज्य के खिलाफ हल्ला बोल कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, लिपि सिंह को दोबारा बाढ़ एडिशनल एसपी का पदभार उसके सांसद पिता आरसीपी सिंह की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजदीकियों के वजह से मिला है. लिपि सिंह ने अपने क्षेत्र में अवैध हथियार के खिलाफ अभियान चलाकर रखा हुआ है जिसकी वजह से अनंत सिंह और उसके गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है.