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LJP के बाद अब नीतीश का 'ऑपरेशन कांग्रेस', JDU के साथ आ सकते हैं 10 विधायक

लोक जनशक्ति पार्टी  (LJP) में आई दरार के बाद अब कांग्रेस में भी भूचाल आने का अंदेशा जताया जा रहा है. खबरों के मुताबिक, कांग्रेस के 10 विधायक नीतीश की पार्टी जल्द जेडीयू का दामन थाम सकते हैं.

Updated on: 15 Jun 2021, 12:41 PM

highlights

  • कांग्रेस के 10 विधायक JDU के संपर्क में हैं, वो जल्द पार्टी छोड़ सकते हैं
  • लोजपा  के बाद कांग्रेस में भी टूट की खबर ने बिाहर की राजनीती में हलचल पैदा कर दिया है
  • बिहार की सत्ता में उथल-पुथल के पीछे नीतीश कुमार का हाथ बताया जा रहा है

पटना:

इन दिनों बिहार की राजनीति में जबरदस्त हलचल मची हुई है. लोक जनशक्ति पार्टी  (LJP) में आई दरार के बाद अब कांग्रेस में भी भूचाल आने का अंदेशा जताया जा रहा है. खबरों के मुताबिक, कांग्रेस के 10 विधायक नीतीश की पार्टी जल्द जेडीयू का दामन थाम सकते हैं. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के ये सभी विधायक जेडीयू के संपर्क में हैं.  बताया जा रहा है कि लोजपा को तोड़ने के बाद अब नीतीश कुमार की नजर कांग्रेस पर हैं. बिहार में कांग्रेस को अलग-थलग करने के लिए जेडीयू की ओर से 'ऑपरेशन कांग्रेस' चलाया जा रहा है.

मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक,  'ऑपरेशन कांग्रेस ' को सफल बनाने के लिए एक कांग्रेसी नेता को जिम्मेदारी दी गई थी. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी. ऐसे में कांग्रेस में किसी भी जोड़-तोड़ को बिना दल-बदल कानून के दायरे में लाए आगे बढ़ाने के लिए जेडीयू को कम से कम उसे 13 विधायकों को अपने पाले में लाना होगा.

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जेडीयू सूत्रों के अनुसार, जिस कांग्रेस नेता को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी उसने 10 विधायकों को जेडीयू के साथ आने के लिए तैयार कर लिया है.  फिलहाल 'ऑपरेशन कांग्रेस ' सफल होने के लिए 3 विधायकों की वजह से रुका हुआ है. 

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के खिलाफ सरेआम मोर्चा खोला था. चुनाव में लोजपा एक सीट पर जीत दर्ज कर सकी थी, लेकिन एकमात्र विधायक राजकुमार सिंह भी जदयू का दामन थाम लिया है, वहीं अब देखना होगा की जेडीयू इन विधायकों को कैसे लुभा पाती है. 

वहीं बता दें कि लोजप के टूटने के पीछ भी नीतीश का कुमार का हाथ बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि चिराग को तोड़ने के लिए नीतीश ने चाचा-भतीजा के बीच फूट पैदा करवाया हैं. लोजपा के प्रमुख चिराग पासवान चुनाव के पूर्व से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उपर निशाना साधते रहे हैं. नीतीश कुमार ने इसपर कभी भी खुलकर प्रतिक्रिया नहीं दी. सूत्रों का दावा है कि जदयू सामने से कभी भी हमलवार नहीं हुई, लेकिन लोजपा पर लगातार निगाह बनाए रखा.

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बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के खिलाफ सरेआम मोर्चा खोला था. चुनाव में लोजपा एक सीट पर जीत दर्ज कर सकी थी, लेकिन एकमात्र विधायक राजकुमार सिंह भी जदयू का दामन थाम लिया है.

सूत्रों का कहना है कि पटना में दो दिन पहले जदयू सांसद ललन सिंह से पशुपति कुमार पारस की मुलाकात भी हुई थी. कहा जा रहा है कि पारस जदयू और भाजपा के नेताओं के साथ संपर्क में थे.