logo-image

शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, परीक्षा के एक हफ्ते पहले ही केंद्र पर पहुंचा प्रश्न पत्र

परीक्षा होने से पहले ही पेपर लीक हो जाता है और अब परीक्षा होने के एक हफ्ते पहले ही परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र पहुंच जाता है. इंटर परीक्षा होने से एक सप्ताह पहले जिला प्रशासन की तैयारियों की पोल खुल गई है.

Updated on: 24 Jan 2023, 08:41 AM

highlights

  • परीक्षा के एक हफ्ते पहले ही परीक्षा केंद्र पर पहुंचा प्रश्न पत्र 
  • कोषागार केंद्र की जगह जिले के 25 केंद्रों पर पहुंचा प्रश्न पत्र
  • 1 फरवरी से शुरू होगी इंटर की परीक्षा 

Jamui:

शिक्षा विभाग की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिसने फिर से कई सवाल खड़े कर दिए हैं. परीक्षा होने से पहले ही पेपर लीक हो जाता है और अब परीक्षा होने के एक हफ्ते पहले ही परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र पहुंच जाता है. इंटर परीक्षा होने से एक सप्ताह पहले जिला प्रशासन की तैयारियों की पोल खुल गई है. इंटर परीक्षा में अभी एक सप्ताह बाकी है इसको लेकर जिला प्रशासन लगातार दावे कर रही है कि तैयारियां पूरी कर ली गई है, लेकिन जिला प्रशासन की तैयारियों कि पोल सोमवार की देर शाम खुलती दिखी.

कोषागार केंद्र की जगह 25 केंद्रों पर पहुंचा प्रश्न पत्र

जमुई में परीक्षा से 1 सप्ताह पहले इंटर परीक्षा का प्रश्न पत्र कोषागार केंद्र पहुंचने की जगह जिले के 25 केंद्रों पर विभाग की गलती के कारण पहुंच गया. जिससे अफरा-तफरी का माहौल हो गया. मामले की गुप्त सूचना के बाद शहर के कचहरी चौक स्थित प्लस टू हाई स्कूल प्रश्न पत्र परीक्षा से 1 सप्ताह पहले पहुंचने की सूचना मिली तो इसकी पड़ताल की गई. जब टीम वहां पहुंची तो वहां मौजूद विद्यालय प्रबंधकों ने पहले तो प्रश्नपत्र को इंटर की कॉपी बताकर टालमटोल करते रहे, लेकिन देर रात तक जब सख्ती से पूछताछ की गई तो सारा मामला सामने आ गया. बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी की लापरवाही के कारण जिले के 25 केंद्रों पर इंटर परीक्षा से 1 सप्ताह पहले ही प्रश्नपत्र गलती से पहुंच गया. 

यह भी पढ़ें : मंत्री आलोक मेहता को जान से मारने की मिली धमकी, थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर

1 फरवरी से होगी इंटर की परीक्षा

आपको बता दें कि 1 फरवरी से इंटर की परीक्षा की शुरुआत होनी थी और लगातार जिला प्रशासन इसकी पुख्ता तैयारियां करने का दावा कर रही थी, लेकिन कोषागार की जगह जिले के 25 परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचने पर इसके लीक होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. हालांकि मीडिया के पहुंचने पर जिला प्रशासन हरकत में आई और शिक्षा विभाग के पदाधिकारी पहुंचे और पहले तो टालमटोल करते दिखे उसे विभागीय कागजात बताने की कोशिश की लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की गई तो कई शिक्षा विभाग के पदाधिकारी भागते नजर आए. इस लापरवाही की जानकारी डीएम को भी लगी हालांकि फिलहाल कोई भी पदाधिकारी मामले लेकर नहीं बोल रहे हैं क्योंकि एक बड़ी लापरवाही जिला शिक्षा विभाग की ओर से की गई है. हालांकि डीएम अवनीश कुमार सिंह ने पूरे मामले की जांच कर लापरवाही करने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.

रिपोर्ट - गौतम कुमार