बिहार में मानसूनी बारिश के चलते आई बाढ़ की वजह से वहां के हालात बहुत ही खराब हैं. केंद्र सरकार ने बाढ़ और दैवीय आपदाओं से जूझते बिहार के लिए 400 करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की है. शुक्रवार को बिहार और कर्नाटक में बाढ़ से बिगड़े हालात को देखकर गृहमंत्री अमित शाह ने यह फैसला हाई लेवल की बैठक में लिया. इसके पहले सिक्किम सरकार ने बिहार को मदद दी है तो ओडिशा ने भी मदद का आश्वासन दिया है. बिहार में बाढ़ के चलते लगभग 165 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि लगभग सवा लाख लोगों को 235 शरणार्थी कैंपों में शरण लेनी पड़ी. राज्य के 27 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
गृहमंत्री ने हाईलेवल की मीटिंग में लिया फैसला
मीडिया में आईँ खबरों की मानें तो मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई हाई लेवल बैठक में बाढ़ग्रस्त बिहार को मदद देने के लिए 400 करोड़ रुपये देने का फैसला लिया गया. यह राशि राहत व बचाव के लिए एनडीआरएफ के फंड से एसडीआरएफ को दी जानी है. इसमें 213.75 करोड़ रुपये का एडवांस शामिल है. वहीं कर्नाटक (Karnataka) में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ के चलते लगभग 106 लोगों की मौत हुई, जबकि 14 लोग घायल हुए. वहीं, राज्य के 13 जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण छह लोग लापता हैं.
बाढ़ और जल प्रलय की चपेट में बिहार
आपको बता दें कि बिहार के आधे से अधिक जिले मानसूनी बारिश की वजह से आई बाढ़ की चपेट में हैं. बिहार के आधे से ज्यादा जिले जल प्रलय की चपेट में हैं. बिहार की प्रमुख नदियां गंगा, महानंदा, पुनपुन व गंडक उफान पर हैं इन नदियों में खतरे के निशान के ऊपर पानी जा चुका है. पानी के दबाव से कई जगह बांध टूट गए हैं. रेल और सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है. बाढ़ की वजह से बिहार में लगभग सवा लाख लोगों को 235 शरणार्थी कैंपों में शरण लेनी पड़ी. राज्य के 27 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो