'वर्जिनिटी एक रात में खत्म हो जाती है', जब प्रियंका चोपड़ा ने मर्दों को दी थी ऐसी लड़कियों से शादी करने की सलाह
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: अहमदाबाद में पश्चिम रेलवे के कर्मचारियों ने उत्साह के साथ किया योग
बिहार: सासाराम में अवैध सिगरेट कारखाने का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार
Israel-Iran Tension Live: IDF ने लोगों से सुरक्षित जगह पर जाने की अपील की
जन सुराज के दबाव में सरकार ने बढ़ाई पेंशन, सत्ता में आए तो करेंगे 2 हजार : प्रशांत किशोर
जिस कैलाश पर्वत को आज तक कोई नहीं कर सका फतह, आइए जानें उसके कुछ अनसुलझे राज
नीतीश सरकार पर दामाद आयोग के गठन का तेजस्वी का बयान सही : साधु पासवान
Guru Purnima 2025 : कब है गुरु पूर्णिमा, यहां जानिए सही तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
धोनी को पछाड़ कर सर्वाधिक टेस्ट शतक जड़ने वाले भारतीय विकेटकीपर बने पंत

लखीसराय ट्रेन जलाने में भागलपुर विश्वविद्यालय प्रोफेसर का नाम, एबीवीपी ने किया प्रदर्शन

लखीसराय ट्रेन जलाने के मामले में भागलपुर विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष विलक्षण रविदास का नाम आने पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया.

लखीसराय ट्रेन जलाने के मामले में भागलपुर विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष विलक्षण रविदास का नाम आने पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया.

author-image
Rashmi Rani
New Update
bhagalpur abvp

एबीवीपी ने रविदास पर विभागीय कार्रवाई हेतु प्रतिकुलपति को मांग पत्र सौ( Photo Credit : News State Bihar Jharakhand)

लखीसराय ट्रेन जलाने के मामले में भागलपुर विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष विलक्षण रविदास का नाम आने पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया. एबीवीपी ने रविदास पर विभागीय कार्रवाई हेतु प्रतिकुलपति को मांग पत्र सौंपा. परिषद के विश्वविद्यालय संयोजक आशुतोष सिंह तोमर ने कहा कि लखीसराय ट्रेन जलाने वाले गिरफ्तार नक्सली ने प्रो विलक्षण रविदास का नाम लिया है और उसके पास सबूत के रूप में पत्र भी प्राप्त हुए हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन इनपर विभागीय कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?

Advertisment

उन्होंने कहा कि प्रो विलक्षण रविदास पूर्व में भी नक्सली गतिविधि में संलिप्त रहे हैं, जब वो छात्रावास के अधीक्षक और कुलानुशासक थे तब भी कई प्रकार के नक्सली साहित्य छात्रावास में पाए गए थे. ऐसे व्यक्ति का विश्वविद्यालय या विभाग में किसी भी पद पर बने रहना विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को धूमिल करती है. 

विश्विद्यालय प्रशासन द्वारा कार्रवाई करने के बजाय इन्हें पद देकर बार-बार सम्मानित कर दिया जाता है. जल्द ही इस मामले को लेकर केंद्र और और राज्य सरकार को भी मेल किया जाएगा. आपको बता दें कि लखीसराय मामले में गिरफ्तार मोस्ट वांटेड नक्सली ने प्रो विलक्षण दास का नाम लिया है और उसके पास से प्रोफेसर के नाम का पत्र भी बरामद किया गया है.

रिपोर्ट : आलोक कुमार झा

Source : News Nation Bureau

Bhagalpur News ABVP Bhagalpur University Lakhisarai train burning Bhagalpur University professor
      
Advertisment