सर्द मौसम में शीत लहर ने पूरे उत्तर भारत को अपने कब्जे में ले लिया है. राजधानी पटना सहित बिहार के भी अधिकतर इलाके कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं. हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लोगों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है. बिहार में सर्दी की वजह से रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बिहार के अधिकतर हिस्सों में बादल छाए हैं. कम धूप निकलने के कारण पछुआ हवाओं ने सर्दी और बढ़ा दी है. इसी बीच अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कम अंतर होने के कारण लोगों को 24 घंटे ठंड का अहसास हो रहा है.
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राजधानी पटना में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक पहुंच चुका है. हालांकि आज सुबह पटना में करीब 7.5 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. राज्य के कई हिस्सों में करीब 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ठंडी हवाएं चल रही हैं. दिन-रात के तापमान में रिकॉर्ड गिरावट से गलन और ठिठुरन बढ़ी हुई है. राज्य के अंदर ठंड की वजह से अब तक करीब 15 लोगों की जान भी जा चुकी है. उत्तर बिहार के बेतिया, समस्तीपुर, दरभंगा, मोतिहारी और मधुबनी में 10 के करीब लोग ठंड से मर गए हैं. जबकि गया और अररिया में दो-दो लोगों की मौत हुई है. साथ ही गोपालगंज में एक व्यक्ति ठंड की वजह से मर गया. हालांकि राज्य सरकार ने अब तक ठंड से एक भी मौत की पुष्टि नहीं की है.
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मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों में ठंड और भी बढ़ सकती है. जगह-जगहों पर कोहरे की वजह से विजिबिलिटी भी काफी गिर गई है, जिससे एक्सीडेंट होने का खतरा भी बढ़ा है. पटना में जिलाधिकारी द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिए गए हैं. जिला प्रशासन का दावा है कि पटना में 98 स्थलों पर प्रतिदिन अलाव जलाए जा रहे हैं. इसके अलावा राज्य के अधिकतर जिलों में स्कूलों की छुट्टिया कर दी गई हैं.
Source : News Nation Bureau