बागेश्वर बाबा आपने क्यों नहीं रोका बालासोर ट्रेन हादसा? धीरेंद्र शास्त्री ने दिया ये जवाब
धीरेंद्र शास्त्री ने आलोचकों को महाभारत का जिक्र करते हुए जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें हादसा होने के बारे में पहले से पता था लेकिन किसी हादसे के बारे में जानना और टालना दोनों अलग-अलग बातें हैं.
highlights
- बालासोर ट्रेन हादसे पर बागेश्वर बाबा पर खड़े हो रहे सवाल
- आलोचकों ने पूछा-क्या हादसे की जानकारी थी आपको?
- धीरेंद्र शास्त्री का जवाब-हां जानता था हादसे के बारे में
- जानना और टालना दोनों अलग-अलग बातें-धीरेंद्र शास्त्री
New Delhi:
बालासोर ट्रेन हादसे की खबरों के बीच एक बार फिर से बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की काबिलियत पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स उनपर तरह तरह के तंज कस रहे हैं. खासकर ट्रोलर्स ये पूछ रहे हैं कि जब बाबा में भविष्य देखने की शक्ति है तो उन्होंने बालोसर ट्रेन हादसे को क्यों नहीं टाला? या पहले से हादसे की जानकारी क्यों नहीं दी ताकि हादसा टाला जाए. इसी तरह से लोग कई तरह के सवाल धीरेंद्र शास्त्री से पूछ रहे हैं. अब धीरेंद्र शास्त्री ने आलोचकों को महाभारत का जिक्र करते हुए जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें हादसा होने के बारे में पहले से पता था लेकिन किसी हादसे के बारे में जानना और टालना दोनों अलग-अलग बातें हैं.
भगवान कृष्ण भी नहीं टाल सके थे महाभारत
आलोचकों को जवाब देते हुए बागेश्वर बाबा ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे पागलों तुम्हें पता लग ही गया होगा. बालासोर उड़ीसा में ट्रेन हादसा हुआ है. इस हादसे ने मुझे बेहद दुखित किया है. 280 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. कई लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. मेरा मन दुखी है. आज हम पहली अर्जी अपने ईष्ट और गुरूजी के चरणों में घायलों की सेहत को ठीक करने के लिए लगाएंगे. उन्हें निरोग करने के लिए लगाएंगे. वहीं, अपने आलोचकों को जवाब देते हुए बागेश्वर बाबा ने कहा कि कुछ लोग उनसे पूछ रहे हैं कि क्या आपको हादसे के बारे में जानकारी थी? तो उन्होंने बता दूं यस! माई डियर ठठरे के बरे तो नहीं कर सकते.. माई डियर प्यार यस... अब आप कहोगे कि आप बोलते क्यों नहीं? तो जवाब ये है कि जानना और टालना ये दोनों ही अलग-अलग विषय हैं. भगवान कृष्ण को भी अच्छी तरह पता था कि महाभारत का युद्ध होगा लेकिन क्या वह महाभारत का युद्ध टाल पाए. बागेश्वर बाबा ने आगे कहा कि हम प्रतिदिन अपने ईष्ट के चरणों में इस बात की अर्जी जरूर लगाते हैं कि देश का और विश्व का अहित किसी भी तरह से ना हो सके.
सिग्नल फेल होने की वजह से हुआ था हादसा
बता दें कि 2 जून को ओडिशा के बालासोर जिले में सिग्नल फेल होने की वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस दूसरे ट्रैक पर चली गई और सामने से आ रही यशवंतपुर एक्सप्रेस से जा भिड़ी और डाउन लिंक पर पहले से खड़ी मालगाड़ी भी कोरोमंडल की चपेट में आ गई. हादसा इतना खौफनाक और भीषण था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई कोच पटरी से उतर गए. वहीं, यशवंतपुर एक्सप्रेस की दो बोगियां भी डिरेल हो गई. हादसे में 280 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, 1000 लोग घायल हैं. घायलों को बालासोर, कटक समेत अन्य अस्पतालों में इलाज जारी है.
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