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तेजस्वी के 'मिशन 60' का बुरा हाल, जमुई में शव ले जाने के लिए नहीं मिला एंबुलेंस

सदर अस्पताल पहुंचने पर भी डॉक्टर बुजुर्ग को अस्पताल में लेकर जाना मुनासिब नहीं समझते. बुजुर्ग ठेले पर ही दम तोड़ देता है. 

Updated on: 22 Jan 2023, 10:08 PM

highlights

  • बुजुर्ग मरीज ने ठेले पर ही तोड़ा दम
  • अस्पताल प्रबंधन ने नहीं दिया शव ले जाने के लिए एंबुलेंस
  • बड़ा सवाल-क्या यही है 'मिशन 60' की हकीकत?

Jamui:

एक तरफ बिहार के डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ये दावा करते हैं कि 'मिशन 60' के तहत सूबे के सभी सदर अस्पातालों के हालात बदल रहे हैं लेकिन अक्सर ऐसी तस्वीरें सामने आती रहती हैं जो तेजस्वी यादव के दावों की पोल खोलती रहती हैं. कभी ठेले पर मरीजों का उपचार किया जाता है, कभी ठेले पर लादकर शव को ले जाने के लिए लोग मजबूर रहते हैं. ताजा मामले में बिहार के जमुई से ऐसी ही तस्वीर निकलकर सामने आई है. 

जी हां! जमुई सदर अस्पताल में शव को ले जाने के लिए भी मृतक के परिजनों को एंबुलेंस नहीं मिलता. दरअसल, उझंडीह गांव के राजो मांझी को एंबुलेंस नहीं मिले पर ठेले पर ही वृद्ध को एक युवक इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया जाता है. सदर अस्पताल पहुंचने पर भी डॉक्टर बुजुर्ग को अस्पताल में लेकर जाना मुनासिब नहीं समझते. बुजुर्ग ठेले पर ही दम तोड़ देता है. 

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यहां बड़ी बात ये भी देखने को मिली की बार-बार एंबुलेंस बुलाने के लिए 102 नंबर पर बुजुर्ग के परिजन कॉल करते रहे लेकिन हर बार उन्हें नंबर बिजी ही मिला. मजबूर होकर बुजुर्ग को परिजन खुद अपने ठेले पर इलाज के लिए रविवार की सुबह सदर अस्पताल पहुंचे थे. अस्पताल पहुंचने के बाद भी डॉक्टरों द्वारा बुजुर्ग का चेकअप ठेले पर ही किया गया और उसे मृत घोषित कर दिया गया.

सदर अस्पताल को मिले हैं 2-2 एंबुलेंस

अब यहां स्वास्थ्य महकमें और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के दावों की एक बार फिर से पोल खुल गई. वैसे तो सदर अस्पताल, जमुई को 2-2 एंबुलेंस दिए गए हैं लेकिन चिकित्सकों द्वारा मृत बुजुर्ग का शव ले जाने के लिए उसके परिजनों को एंबुलेंस नहीं दिया गया. नतीजन शव को परिजन ठेले पर ही लेकर घर लौट गए.

न्यूज स्टेट के सवाल

ऐसे में ये सवाल खड़े होने लाजमी हैं कि आखिर बुजुर्ग को अस्पताल के अंदर ले जाना भी डॉक्टरों ने क्यों मुनासिब नहीं समझा. परिजनों को अस्पताल प्रशासन द्वारा शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस क्यों नहीं दिया गया? क्या यही है तेजस्वी यादव का मिशन 60? क्या ऐसे ही बदलेंगे सदर अस्पतालों के हालात? क्या इसे ही कहेंगे 'अच्छी' स्वास्थ्य व्यवस्था? अब ऐसे में ये देखने दिलचश्प होगा कि सदर अस्पताल, जमुई प्रबंधन द्वारा बरती गई इस लापरवाही के लिए जिम्मेदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है.

रिपोर्ट: गौतम