बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है, लेकिन आज का पूरा दिन हंगामें की भेंट चढ़ गया. सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के हंगामे के कारण स्थगति हो गई. दोपहर 2 बजे जैसे ही फिर से कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं कुर्सियां भी सदन में फेंकी गई. जिसके बाद सदन की कार्यवाही एक बार फिर शाम 5 बजे तक के लिए स्थगति कर दी गई है. बीजेपी का कहना है कि तेजस्वी यादव ने भी मुख्यमंत्री की गलत बातों का समर्थन किया है. ऐसे में उन्हें भी माफी मांगनी पड़ेगी.
तेजस्वी भी मांगे माफी
भोजनावकाश के बाद विधानसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई तो शिक्षा विभाग को लेकर चर्चा हो रही थी, लेकिन तब ही विपक्षी दलों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. उनका कहना था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में जिस तरिके से बयान दिया उसको लेकर उन्होंने तो सदन में माफी मांग ली, लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी उनके बयान का समर्थन किया था तो उन्हें भी माफी मांगनी चाहिए.
वेल में पहुंच गए विधायक
हंगामा इतना बढ़ा गया कि बीजेपी के विधायक वेल में पहुंच गए और टेबल पटकना शुरू कर दिया. सभी ने कुर्सी भी फेंकने की कोशिश की, लेकिन तब ही विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शल को आदेश दिया कि सभी को सदन से बाहर किया जाये. इसके बाद भी जब हंगामा कम नहीं हुआ तो सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया.
मुख्यमंत्री ने क्या कहा था
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि जब संवैधानिक पद पर बैठे लोग ऐसी बात करेंगे तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम इसका विरोध करते हैं. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल दोनों ही सदनों में प्रजनन दर पर चिंता जताते हुए ऐसी बातें कही जिस सुन वहां बैठा हर व्यक्ति शर्म से पानी पानी हो गया. हालांकि मुख्यमंत्री ने अपने दिए गए बयान को लेकर आज सदन में माफी भी मांगी है और खुद अपने बयान की निंदा की है.
HIGHLIGHTS
- तेजस्वी भी मांगे माफी
- बीजेपी के विधायक वेल में पहुंच गए
- बीजेपी के विधायक ने टेबल पटकना शुरू कर दिया
- सदन की कार्यवाही को कर दिया गया स्थगित
Source : News State Bihar Jharkhand