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Bagaha News: लापरवाही की भेंट चढ़ा एक और गरीब, सीओ के सामने ही किसान ने तोड़ा दम

किसान अपनी ही जमीन की पैमाइश के लिए कई दिनों से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहा था, लेकिन उसे बार बार केवल आश्वासन दिया जा रहा था और थक हारकर उसने अंचलधिकारी के सामने ही दम तोड़ दिया.

Updated on: 22 Jun 2023, 10:54 AM

highlights

  • अंचलधिकारी के सामने ही किसान ने तोड़ दिया दम
  • अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहा था किसान 
  •  2013 में सरकार ने किसान को दी थी जमीन 

Bagaha:

राज्य में अगर आपको सरकारी कार्यालय में आपको कोई भी काम हो तो बिना चक्कर लागए शायद ही आपका कोई काम होगा. बगहा में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. जहां किसान अपनी ही जमीन की पैमाइश के लिए कई दिनों से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहा था, लेकिन उसे बार बार केवल आश्वासन दिया जा रहा था और थक हारकर उसने अंचलधिकारी के सामने ही दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि वो सीओ के पास आवेदन देने गया था. जहां अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और देखते ही देखते अधिकारी के सामने ही उसकी मौत हो गई. 

अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहा था किसान 

दरअसल, बगहा में किसान अपनी जमीन की पैमाइश (नापी) के लिए बगहा अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते ही वृद्ध किसान की अंचलधिकारी के सामने ही मौत हो गई. बगहा दो प्रखंड के बैरागी सोनवरसा पंचायत के चिउताहा बाजार निवासी बच्चा राम जिनकी उम्र 50 साल है. बुधवार को आवेदन लेकर बगहा सीओ के पास पहुंचा था. सीओ को आवेदन देने के बाद उसकी हालत अचानक बिगड़ गई और देखते ही देखते पल भर में किसान की मौत हो गई. 

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 2013 में सरकार ने दी थी जमीन 

अंचल कार्यालय में किसान और अन्य फरियादियों के सहयोग से उसे इलाज लिए शहरी पीएचसी बगहा दो में लाया गया. जहां चिकित्सक डॉ डीपी गुप्ता ने उसे  मृत घोषित कर दिया. आपको बता दें कि मृत किसान बच्चा राम को सरकार द्वारा वर्ष 2013 में तीन डिसमिल जमीन दी गई थी. किसान के नाम से रसीद भी कट रहा था, लेकिन किसान को जिस भूमि का पर्चा मिला था. उस पर स्थानीय जब्बार खां से विवाद चल रहा था. उसने जमीन पर कब्जा कर रखा था. जिसको लेकर किसान अंचल कार्यालय में उक्त भूमि पैमाइश को लेकर चक्कर लगा रहा था, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई भी नहीं था.  

रिपोर्ट - राकेश सोनी