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बेतिया में नेपाल द्वारा पानी रोके जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश

बेतिया में इंडो नेपाल सीमा भिखनाठोरी में नेपाल द्वारा पानी रोके जाने के कारण स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया है.

Updated on: 24 Sep 2022, 07:05 PM

West Champaran:

बेतिया में इंडो नेपाल सीमा भिखनाठोरी में नेपाल द्वारा पानी रोके जाने के कारण स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया है. स्थानीय ग्रामीण पिछले 5 दिनों से नो मैन्स लैंड में बैठे हैं और नेपाली नागरिकों का भारतीय सीमा में प्रवेश वर्जित कर दिया है. नेपाल द्वारा पानी रोके जाने से क्षेत्र में पानी की समस्या बढ़ गई है. नेपाल द्वारा पानी रोके जाने की वजह से स्थानीय किसानों को खेती करने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है. कई सालों से लगातार नेपाल द्वारा भारतीय सीमा में बहने वाली पानी को रोक दिया जाता है, पूर्व में भी पानी को लेकर कई बार विवाद हो चुका है. स्थानीय ग्रामीणों और किसानों का कहना कि खेती के समय ही नेपाल द्वारा पानी को बंद कर दिया जाता है.

इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा. ग्रामीणों का कहना है कि नेपाल से दो नालों में पानी का बहाव होता है, जिसमें जंगल से होते हुए एक नाले का पानी एकवा गांव की तरफ तो दूसरे नाले का पानी खैरटिया गांव की तरफ जाता है. जिससे कई गांव के किसान खेती करते हैं, लेकिन हर बार खेती के समय नेपाल के ग्रामीणों द्वारा बांध बांधकर पानी को अवरुद्ध कर दिया जाता है. हालांकि 5 दिनों से पानी के विवाद समस्या को लेकर 5वें दिन नरकटियागंज SDO धनन्जय कुमार भिखनाठोरी पहुंच समस्या पर नेपाल के अधिकारियों से वार्तालाप की, लेकिन समस्या पर कोई निदान नहीं हो सका है. अब देखना हैं कि कई वर्षों से इस समस्या से परेशान किसानों की समस्या का क्या निराकरण होता है.

दूसरी तरफ नेपाल से नागरिकों की आवाजाही की रोक से व्यवसाय पर इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है.