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नीतीश कुमार से मिलने के लिए CM आवास पहुंचे आनंद मोहन, मुलाकात है अहम

बिहार की सियासी हलचलें थमने का नाम ही नहीं ले रही. इस बीच एक बार फिर मंगलवार को ऐसी खबर सामने आई, जिसने प्रदेश के सियासत में खलबली मचाकर रख दिया.

Updated on: 27 Dec 2023, 02:06 PM

highlights

  • सीएम नीतीश से पत्नी संग मिलने पहुंचे आनंद मोहन
  • जदयू से चुनाव लड़ सकते हैं आनंद मोहन
  • नीतीश-आनंद मोहन की मुलाकात अहम

Patna:

बिहार की सियासी हलचलें थमने का नाम ही नहीं ले रही. इस बीच एक बार फिर मंगलवार को ऐसी खबर सामने आई, जिसने प्रदेश के सियासत में खलबली मचाकर रख दिया. बीते दिन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के पद से इस्तीफे की खबर सामने आई थी. वहीं, जैसे ही यह खबर मीडिया में आई, आनन फानन में जदयू नेता विजय चौधरी पार्टी के कार्यालय पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए साफ किया कि यह खबर बिलकुल गलत है. इस तरह की जानकारी ना उन्हें मिली है और ना ही कार्यालय को दी गई है. वहीं, इन सबके बीच अचानक से पूर्व सांसद आनंद मोहन अपनी पत्नी लवली सिंह के साथ सीएम नीतीश कुमार से मिलने के लिए पहुंचे हैं. इस बीच अब आनंद मोहन के जदयू में शामिल होने की भी खबरें तेज हो गई है. हालांकि यह खबर पिछले कई महीने से चर्चा में बनी हुई थी कि आनंद मोहन जदयू का दामन थाम सकते हैं.

जदयू से चुनाव लड़ सकते हैं आनंद मोहन

वहीं, आनंद मोहन के छोटे बेटे अंशुमान आनंद ने मीडिया से बात करते हुए यह स्पष्ट किया था कि उनके बड़े भाई चेतन मोहन आरजेडी से विधायक हैं तो वो भी आरजेडी में ही रहेंगे. बता दें कि लवली सिंह भी आरजेडी से जुड़ी हुई हैं. इस बीच आनंद मोहन जदयू से जुड़ सकते हैं. 

नीतीश-आनंद मोहन की मुलाकात अहम

आनंद मोहन की बात करें तो वह पूर्व सांसद रह चुके हैं. आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए नीतीश कुमार और आनंद मोहन की इस मुलाकात को अहम बताया जा रहा है. सीएम आवास जाने के दौरान जब पत्रकारों ने आनंद मोहन से जदयू में शामिल होने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. आनंद मोहन जब से जेल से बाहर आए हैं, वह लगातार लोगों के बीच जा रहे हैं और कई जगहों पर कार्यक्रम भी कर रहे हैं. इस बीच नीतीश कुमार से भी वह कई बार मुलाकात कर चुके हैं. 

डीएम की हत्या के आरोप में गए थे जेल

आनंद मोहन पर साल 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या का आरोप लगा था. जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी. वहीं, साल 2012 में बिहार जेल नियमावली में संशोधन किया गया और उनकी सजा कम कर दी गई. साल 2023 में आनंद मोहन जेल से रिहा हो गए. उनकी रिहाई को जी कृष्णैया के परिवार ने दुखद बताया.