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अमित शाह की बिहार में 9 जून की बजाय 7 जून को होगी वर्चुअल रैली, विरोध के लिए RJD ने भी बदला कार्यक्रम

इस साल के अंत में संभावित विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में जमकर सियासत हो रही है. बीजेपी ने राज्य में प्रचार का बिगुल फूंकने की पूरी तैयारी कर ली है, जिसकी शुरुआत 7 जून से हो जाएगी.

Updated on: 03 Jun 2020, 10:17 AM

पटना:

इस साल के अंत में संभावित विधानसभा चुनाव (Assembly Election) को लेकर बिहार में जमकर सियासत हो रही है. भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में प्रचार का बिगुल फूंकने की पूरी तैयारी कर ली है, जिसकी शुरुआत 7 जून से हो जाएगी. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit shah) अपनी पार्टी के चुनावी प्रचार का बिगुल फूंकेंगे. कोरोना संकट के चलते भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपनी रणनीति के तहत चुनावी प्रचार डिजिटल तरीके से करेगी. अमित शाह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार में वर्चुअल रैली करेंगे.

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हालांकि अमित शाह की वर्चुअल रैली के समय में बदलाव किया गया है. पहले शाह को 9 जून को वर्चुअल रैली करनी थी, जिसे बदलकर अब 7 जून कर दिया गया है. अमित शाह वीडियो कन्फ्रेंस, फेसबुक लाइव के जरिए सभा को संबोधित करेंगे. बीजेपी का लक्ष्य इस वर्चुअल सभा में राज्य के 243 विधानसभा क्षेत्रों के कम से कम एक लाख लोगों को शामिल करना है. बीजेपी ने इस वर्चुअल सभा की पूरी तैयारी कर ली है. शाह के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा फेसबुक लाइव के जरिए दक्षिण बिहार के पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर बिहार के पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनावी रणनीति को लेकर बातचीत करेंगे.

उधर, अमित शाह की रैली के विरोध के लिए बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने भी अपने कार्यक्रम की तारीख बदल दी है. अमित शाह की वर्चुअल रैली के खिलाफ राजद ने 'गरीब अधिकार दिवस' मनाने का फैसला लिया है. जिसे सीधे तौर पर चुनावी जनसभा माना जा रहा है. राजद ने भी पहले 9 जून को 'गरीब अधिकार दिवस' प्रस्तावित किया था, लेकिन शाह के कार्यक्रम में बदलाव के बाद उसने भी 9 की बजाय 7 जून को 'गरीब अधिकार दिवस' मनाने की निर्णय लिया है.

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नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि लोग कोरोना और भूख से मर रहे हैं, लेकिन BJP रैली कर रही है. इनकी संवेदनहीनता के प्रतिकार में राजद भी अब 7 जून, रविवार को ही 'गरीब अधिकार दिवस' मनाएगी. उन्होंने कहा कि हम गरीब, मजदूर, जनहित, जनसुरक्षा और जनअधिकार के लिए लड़ रहे हैं. हम गरीबों-मजदूरों के पेट की भूख मिटाना चाहते हैं. राजद के सभी कार्यकर्ता, समर्थक और बिहारवासी 7 जून को अपने-अपने घरों के बाहर सुबह 11 बजे थाली-कटोरा बजाएंगे.

बता दें कि राजद के साथ-साथ कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और फेसबुक लाइव के माध्यम अमित शाह की आगामी प्रस्तावित 'वर्चुअल रैली' का जमकर विरोध कर रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेम चंद्र मिश्रा ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि नरेंद्र मोदी नीत दूसरी सरकार के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में जश्न मनाना बीजेपी की असंवेदनशीलता को दर्शाता है. जबकि तेजस्वी ने कहा था कि डिजिटल रैली करने वालों को इस मानवीय संकट में अगर जनता की चिंता होती तो वो डिजिटल जनसेवा करते, डिजिटल मदद करते. उन्होंने कहा था कि सभी बिहारवासियों से अपील है कि उस दिन वे अपने-अपने घरों में थाली, कटोरा और गिलास बजाएं.

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