संक्रमितों के मरने की संख्या बढ़ी तो बढ़ गए विद्युत शवदाह गृह
संक्रमितों के मरने वालों की संख्या बढ़ने के बाद अब जिला प्रशासन ने अतिरिक्त विद्युत शवदाह गृह की व्यवस्था करने की बात कही है.
highlights
- राज्य में कोरोना संक्रमण से मरने वालोॆ की रफ्तार भी बढ़ी
- प्रशासन ने इसके साथ ही बढ़ा दी शवदाह ग्रहों की संख्या भी
- कई जिलों में हर घंटे 20 से 25 लोगों को हो रहा अंतिम संस्कार
पटना:
बिहार में कोरोना (Corona Virus) की दूसरी लहर कहर बनकर टूटी है. राज्य में कोरोना संक्रमितों की मरने की रफ्तार भी बढ़ी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी आंकडे के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 24 संक्रमितों की मौत हुई है, यानी प्रति घंटे एक संक्रमित की मौत हुई. इधर संक्रमितों के मरने वालों की संख्या बढ़ने के बाद अब जिला प्रशासन ने अतिरिक्त विद्युत शवदाह गृह की व्यवस्था करने की बात कही है. स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के मुताबिक, बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही संक्रमितों के मरने वालों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की गई है. विभाग के आंकडों के मुताबिक, एक अप्रैल को राज्य में कोरोना संक्रमितों के मरने वालों की कुल संख्या 1,578 थी, जबकि 15 दिनों के बाद यह आंकड़ा 1,675 तक पहुंच गया.
विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो नौ अप्रैल को जहां तीन संक्रमितों की मौत हुई थी, वहीं 10 अप्रैल को 6 संक्रमितों को अपनी जान गंवानी पड़ी. पिछले तीन दिनों में संक्रमितों के मरने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. 13 अप्रैल को जहां 14 संक्रमितों की मौत हुई थी वहीं 14 अप्रैल को 21 संक्रमितों को अपनी जान गंवानी पड़ी. 15 अप्रैल को रिकॉर्ड 24 संक्रमितों की मौत हो गई. इधर मरने वालों की संख्या में वृद्धि के साथ ही शवों के अंतिम संस्कार के लिए भी दिक्कतें बढ़ती चली गई. बांसघाट श्मशान घाट पर शवों की भीड लगनी प्रारंभ हो गई. मौतों के कारण अंतिम संस्कार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.
बांसघाट में दो शवदाहगृह की मशीने चलने के बावजूद शवों को अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ा. बताया जाता है कि एक शव के अंतिम संस्कार में लगभग एक घंटे का समय लगता है. मशीन के अत्यधिक गर्म होने पर उसे ब्रेक भी देना पड़ता है. उल्लेखनीय है कि बांसघाट में पहले एक ही मशीन चालू थी, लेकिन शवों की संख्या में वृद्धि के साथ यहां दोनों मशीनों को प्रारंभ कर दिया गया है. इधर पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ने के बाद गुलबी घाट और खाजेकला घाट पर भी अंत्येष्टि करने की व्यवस्था की गई है.
पटना जिला प्रशासन के एक अधिकारी बताते हैं कि बांसघाट में प्रतिदिन करीब 20 से 25 शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है, ऐसे में यहां भीड़ लग जा रही थी. ऐसे में दो अन्य घाटों गुलबी घाट और खाजेकलां घाट पर अंत्येष्टि की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम तैयार कर दी गई है. इधर पटना सिटी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह कहते हैं कि खाजेकलां मे विद्युत शवदाह गृह शुक्रवार की देर शाम से प्रारंभ कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि गुलबी घाट में मशीन प्रारंभ हैं. दोनों स्थनों पर सारी व्यवस्थाएं दुरूस्त कर दी गई हैं. नियंत्रण कक्ष में नगर निगम के कर्मियों को तैनात किया गया है, जो घाट पर अंत्येष्टि के लिए जाने वाले लोगों के साथ समन्वय स्थापित कर सकेंगे.
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