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नवजात बच्ची( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)
मां दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज होती है. कहते है कि इस धरती पर मां भगवान का रूप होती है. मां बिना किसी स्वार्थ के हमारे हर ख्याल का ध्यान रखती है. मगर सुपौल में एक कलयुगी मां ने लोगों का मां से भरोसा उठा दिया है. अपनी नवजात बच्ची को अस्पताल में ही छोड़ कर चली गई. वो भी बस इसलिए क्योंकि उसने एक बेटी को जन्म दिया है. सरकार की इतनी जागरूकता अभियान के बावजूद आज भी बेटियों को बोझ समझा जाता है.
मामला सुपौल जिले के रेफरल अस्पताल राघोपुर की है. जहां शनिवार की अहले सुबह बेटी होने पर एक प्रसव पीड़िता हॉस्पिटल में ही लावारिस बच्ची को छोड़कर चली गई. एएनएम रिंकी कुमारी और इंदु कुमारी ने बताया कि शनिवार की सुबह एक महिला प्रसव के लिए परिजन के साथ हॉस्पिटल पहुंची. जिसके बाद उसे सीधा प्रसव कक्ष के अंदर ले जाया गया. इसी बीच महिला के परिजनों ने हॉस्पिटल से पर्चा नहीं कटाया.
महिला ने बेटी को जन्म दिया. जिसके बाद प्रसूता के परिजन से पर्चा कटाकर लाने को कहा गया. परिजन पर्चा कटाने के नाम पर बाहर भी निकले. लेकिन इसी क्रम में वार्ड में शिफ्ट करने की बात कह वे लोग प्रसव पीड़ित महिला को भी बाहर लेकर चले गए. प्रसूता सहित सभी परिजन पूर्जा कटा कर आने की बात कह हॉस्पिटल परिसर में ही एक महिला के गोद में बच्चा छोड़कर फरार हो गए. जिसके बाद चिकित्सक और नर्स ने पहले महिला और उसके परिजन की तलाश की लेकिन वे लोग नहीं मिले. जिसके बाद मामले की जानकारी राघोपुर पुलिस को दी गई.
राघोपुर थानाध्यक्ष रजनीश केसरी ने बताया कि चाइल्ड लाइन सुपौल को सूचना दी गई है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दीपनारायण राम ने बताया कि नर्सों से जानकारी मिली है कि यह बच्चा फिंगलास पंचायत के किसी गांव के महिला की है. नर्सों ने बताया कि बच्ची के परिजन बोल रहे थे कि जिस महिला ने इसे जन्म दिया है, वह पहले भी 8 बेटी को जन्म दे चुकी है. यह उसकी नौवीं बेटी है.
Source : News State Bihar Jharkhand