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पूरे देश में शराब बंदी होनी चाहिए, यह महात्मा गांधी की इच्छा थी- नीतीश कुमार

बिहार में भले ही शराबबंदी को विपक्ष असफल बता जनमत संग्रह की बात कर रहा हो, मगर नीतीश ने बिहार को शराबबंदी में रोल मॉडल बताया है.

Updated on: 17 Feb 2020, 11:14 AM

पटना:

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अब बिहार के बाद देश को शराब मुक्त करने में जुटे हैं. बिहार (Bihar) में भले ही शराबबंदी को विपक्ष असफल बताकर जनमत संग्रह की बात कर रहा हो, मगर नीतीश कुमार ने बिहार को शराबबंदी में रोल मॉडल बताया है. नई दिल्ली में 'शराब मुक्त भारत' पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य नीतीश कुमार पहुंचे थे. इस सम्मेलन का आयोजन मिलित ओडिशा निशा निवारण अभियान ने ईस्ट कैलाश के इस्कोन सभागार में किया था.

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यहां देश के कई हिस्सों से पहुंचे लोगों को नीतीश कुमार संबोधित कर रहे थे. वहां पहुंचे वक्ताओं ने नीतीश कुमार के प्रयासों को सराहा और कहा को बिहार में पूर्ण शराबबंदी कर मुख्यमंत्री ने असंभव को संभव कर दिखाया है. नीतीश कुमार ने वहां पहुंचे लोगों को आश्वस्त किया कि शराबमुक्त भारत के अभियान को उनका पूर्ण समर्थन रहेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्ण शराबबंदी से समाज अधिक सशक्त, स्वस्थ और संयमी हो रहा है, जिसका प्रभाव बिहार के प्रगति में परिलक्षित होने लगा है.

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नीतीश कुमार ने कहा, 'इसे (शराब बंदी) न केवल आसपास के राज्यों में बल्कि पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए. यह महात्मा गांधी की इच्छा थी, उन्होंने कहा था कि शराब जीवन को नष्ट कर देती है.' वहां अलग-अलग राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने नीतीश कुमार को अपने-अपने राज्य में इस विषय पर आमंत्रित भी किया. इस साल बिहार में चुनाव है और शराबबंदी भी चुनाव में एक मुद्दा होगा. बिहार में इस बंदी के सफलता और असफलता के बीच का राजनीतिक द्वंद लगातार चल रहा है और चुनाव तक ये बहस का एक अहम विषय होगा ये भी तय है.

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