लखीसराय जिले के रामगढ़ प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय से दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है. बता दें कि विद्यालय में शिक्षकों की लापरवाही ने एक छोटे से बच्चे की आंख छीन ली है. दूसरी तरफ विद्यालय प्रशासन मौन है. वहीं घटना करीब 1 सप्ताह पहले की बताई जा रही है, लेकिन यह घटना तब प्रकाश में आया. जब बच्चे की आंख की रौशनी चली गयी. वहीं, दूसरी ओर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि यह घटना माधव मुरारी के साथ खेल के दौरान घटी है. ग्रामीणों की मानें तो विद्यालय में माधव मुरारी रोजाना की तरह विद्यालय जाता था. एक दिन विद्यालय में बिना नामांकन का एक छात्र और पीड़ित छात्र के बीच छोटी सी बात को लेकर झगड़ा हो गया और बिना नामांकन के छात्र ने माधव मुरारी को पीछे से धक्का दे दिया.
बच्चे ने खोई आंख की रोशनी
कक्षा में लोहे की कीच पाइप निकली हुई थी, जिसके कारण पीड़ित छात्र लोहे के पाइप में जा गिरा. जिसमें पीड़ित की आंख में गंभीर चोट पहुंची. जिसके बाद विद्यालय प्रशासन के द्वारा प्राथीमिकी उपचार करने के बाद छात्र को सकुशल घर पहुंचा ही दिया, लेकिन दूसरी ओर बच्चे के परिजनों की मानें तो विद्यालय प्रबंधक ने कुछ भी नहीं किया और बच्चे को घर भेज दिया. वहीं, पीड़ित छात्र अभी इंदिरा गांधी मेडिकल संस्थान में भर्ती है. जहां पर बेहतर इलाज किया जा रहा है, लेकिन अब बच्चे ने अपना एक आंख खो दिया है.
वहीं, आपको बता दें कि जिस कक्षा में यह घटना घटी है. उस कक्षा में लोहे की पाइप 1 नहीं करीब 5 की संख्या में निकली हुई है. घटना के बाद विद्यालय प्राचार्य के द्वारा लोहे की पाइप को कटवा दिया गया है, लेकिन वह लोहा पहले से ओर भी घातक हो गया है, जो की आये दिन छात्रों को घटना के लिए आमंत्रित करती ही रहेगी.
झलक रही प्राचार्य की लापरवाही
ऐसे में विद्यालय प्राचार्य की लापरवाही साफ झलक रही है. विद्यालय प्राचार्य को ना ही अपने छात्रों से मतलब है और ना ही छात्रों के जीवन से. अगर विद्यालय की बात की जाए, तो विद्यालय की बद से बदत्तर स्थिति है, जहां पर छात्रों के जीवन से सिर्फ खिलवाड़ किया जा रहा है. माधव मुरारी ने अपनी एक आंख खो दी, लेकिन इसकी जवाबदेही कोई लेने को तैयार नहीं. आखिर बिना नामंकित छात्र विद्यालय कैसे पहुंचा. घटना हुई तो विद्यालय प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं कर रही. मामले को लेकर एएसपी सैयद इमरान मसूद ने कहा कि घटना को लेकर रामगड़ थाना में आवेदन दिया गया, जिसके आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर आगे जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
HIGHLIGHTS
- बच्चे ने खोई आंख की रोशनी
- पीड़ित की आंख में गंभीर चोट
- मामले में दर्ज की गई प्राथमिकी
Source : News State Bihar Jharkhand