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आरा में 12 साल के बच्चे का टुकड़ों में मिला शव, चार दिन से था लापता

आरा के भोजपुर में चार दिन से लापता किशोर का टुकड़ों में फेंका गया शव बरामद हुआ है.

Updated on: 17 Oct 2022, 03:51 PM

Arrah:

आरा के भोजपुर में चार दिन से लापता किशोर का टुकड़ों में फेंका गया शव बरामद हुआ है. उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी अंतर्गत महतवनिया हाल्ट के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी से शव बरामद हुआ है. मृत किशोर का एक हाथ एक पैर और गर्दन कटी हुई है. मृत किशोर का एक पैर रविवार को गांव के ही काली मंदिर के पास से बरामद हुआ था. शव को आवारा कुत्तों ने भी नोच डाला था. शव मिलने से गांव और आसपास के इलाके में सनसनी मच गई है. देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए. इसके बाद उन्होंने इसकी स्थानीय थाने को सूचना दी.

घटना की सूचना मिलते ही आरा एएसपी हिमांशु, मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार सिंह के साथ तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. वहीं, भोजपुर एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु और डीएसपी विनोद कुमार सिंह मृत बालक के परिजनों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली. इसके बाद पुलिस द्वारा डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया है.

मृत बालक उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी अंतर्गत वार्ड नंबर आठ निवासी अशोक कुमार सिंह का 12 वर्षीय पुत्र दया कुमार सिंह है. दया आरा के धरहरा स्थित हॉस्टल में रहकर पांचवी कक्षा में पढ़ता था. मृत बालक के पिता अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वह शुक्रवार दोपहर वह उनके भाई संतोष कुमार की बेटी और चचेरी बहन निधि कुमारी को परीक्षा दिलवाने के लिए स्थानीय थाना क्षेत्र के बामपाली गांव स्थित मध्य विद्यालय गया था. तभी खिड़की के तरफ से दया ने अपनी बहन को चिट–पुर्जा फेंका, तभी कागज का टुकड़ा क्लास में बैठी दूसरी लकड़ी को लग गया. जिसके बाद उसने अपने भाई और उसके साथियों उसकी शिकायत कर उसकी जमकर पिटाई करवा दी, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. जिसके बाद उन चारों लड़कों द्वारा ही आरा शहर में लाकर निजी अस्पताल में इलाज कराया गया था.

इसके बाद जब उसकी बहन वापस घर लौटी तो उसने घर जाकर परिजनों को बताया कि कुछ लड़के उसे पीट रहे थे. जिसके परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था. खोजबीन के दौरान मृत बालक पिता अशोक कुमार सिंह गांव में ही शिवजी नामक व्यक्ति के घर गए और पूछताछ की तो उनके नाती ने कहा कि हां मैंने आपके बेटे को मारा था. इसके बाद उन्होंने सभी जगहों पर उसकी खोजबीन की थी, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था. जिसके बाद परिजन द्वारा के गायब होने के लिखित आवेदन दिया स्थानीय थाना में दिया था.

सोमवार की सुबह महतवनिया हाल्ट के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी से सोमवार की सुबह बच्चे के शव बरामद हुआ है. उसका एक हाथ, एक पैर और गर्दन भी कटी हुई है. इसके बाद परिजनों द्वारा उसके कपड़े को देखकर उसकी पहचान की गई. वहीं, दूसरी ओर मृत बालक के पिता अशोक कुमार सिंह ने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर शव को फेंकने का आरोप लगाया है.

रिपोर्ट : विशाल सिंह