कैमूर जिले के सदर अस्पताल भभुआ में 4 माह के बच्चे की मौत होने पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों का आरोप है कि 29 अक्टूबर को सदर अस्पताल भभुआ में बच्चे को टीका लगाया गया था, जिसमें अस्पताल के कर्मियों की लापरवाही के कारण टीके से बच्चे के शरीर में इंफेक्शन फैल गया और बच्चे की मौत हो गई. बच्चे को पहले से किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी. बच्चा मोहनिया थाना क्षेत्र के दादर गांव के ओमप्रकाश सिंह का 4 माह का चाड़क्या मौर्या बताया जा रहा. परिजनों का हंगामा सुन मौके पर पहुंची भभुआ थाने की पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू हुई.
वहीं अस्पताल प्रबंधन ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे का जन्म सदर अस्पताल भभुआ में हुआ था. 29 अक्टूबर को जब टीका लगाया गया तो बच्चा स्वस्थ था. अगर टीका की वजह से कोई परेशानी होती तो 24 घंटे के अंदर बच्चे के अंदर लक्षण महसूस होना शुरू हो जाता, लेकिन वैसा कुछ नहीं हुआ. अन्य कारण से भी बच्चे की मौत हो सकती है, जांच कराया जा रहा.
बच्चे के पिता ने बताया कि सदर अस्पताल भभुआ में ही जुलाई माह में बच्चे का जन्म हुआ था. जन्म के बाद बच्चा स्वस्थ था, उस समय भी टीका दिया गया था. बच्चा सुरक्षित था, हंस खेल रहा था, लेकिन टीके का दूसरा डोज 29 अक्टूबर को देने की बात कही गई थी, जहां बच्चे को टीका लगाने के लिए अस्पताल लाया गया था. 29 अक्टूबर को सदर अस्पताल भभुआ के कर्मियों द्वारा बच्चे को टीके का दूसरा डोज भी लगाया गया. उस समय भी बच्चा स्वस्थ था. किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी, तभी अचानक बुधवार सुबह 5 बजे टीका की वजह से बच्चे के शरीर में इंफेक्शन फैल गया और बच्चे की मौत हो गई. यह सारी लापरवाही अस्पताल प्रबंधन की है, हो सकता है कि मेरे बच्चे को टीका देने में इन लोगों ने लापरवाही बरता है, जिससे इंफेक्शन फैल गया है. हम चाहते हैं कि मुझे न्याय मिले. इन लोगों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जांच कराया जा रहा है और कार्रवाई होगी.
Source : News State Bihar Jharkhand