अनुराग बसु शांत होकर भी बहुत कुछ कह देते हैं: आदित्य रॉय कपूर
कांग्रेस नेता अजय कुमार 'लल्लू' ने पुणे पुल हादसे के लिए प्रदेश सरकार को ठहराया जिम्मेदार, जांच की उठाई मांग
पूर्व सीएम विजय रुपाणी के पड़ोसी बोले, वह हमेशा याद रहेंगे, उनका जाना दुखद
लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान विमान के पहिए से निकलने लगा धुआं, सऊदी अरब से आया था प्लेन
कोरोना के नए वैरिएंट से पिछले 24 घंटों में 11 की गई जान, छत्तीसगढ़ में पहली मौत दर्ज
सीएम योगी आज अंबेडकर नगर में शिवबाबा धाम जाएंगे, 198 परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण-शिलान्यास
बिहार : तेज रफ्तार पिकअप पलटी, चार लोगों की मौत, कई घायल
गुजरात: पूर्व सीएम विजय रूपाणी के निधन पर राजकीय शोक, विधानसभा में आधा झुकाया गया तिरंगा
प्रधानमंत्री मोदी ने रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए साइप्रस में बिजनेस राउंडटेबल इवेंट में भाग लिया

अस्पताल की लापरवाही से 4 माह के बच्चे की मौत, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

कैमूर जिले के सदर अस्पताल भभुआ में 4 माह के बच्चे की मौत होने पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.

कैमूर जिले के सदर अस्पताल भभुआ में 4 माह के बच्चे की मौत होने पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.

author-image
Vineeta Kumari
एडिट
New Update
sold baby girl

अस्पताल की लापरवाही से हुई 4 माह के बच्चे की मौत( Photo Credit : प्रतीकात्मक तस्वीर)

कैमूर जिले के सदर अस्पताल भभुआ में 4 माह के बच्चे की मौत होने पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों का आरोप है कि 29 अक्टूबर को सदर अस्पताल भभुआ में बच्चे को टीका लगाया गया था, जिसमें अस्पताल के कर्मियों की लापरवाही के कारण टीके से बच्चे के शरीर में इंफेक्शन फैल गया और बच्चे की मौत हो गई. बच्चे को पहले से किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी. बच्चा मोहनिया थाना क्षेत्र के दादर गांव के ओमप्रकाश सिंह का 4 माह का चाड़क्या मौर्या बताया जा रहा. परिजनों का हंगामा सुन मौके पर पहुंची भभुआ थाने की पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू हुई.

Advertisment

वहीं अस्पताल प्रबंधन ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे का जन्म सदर अस्पताल भभुआ में हुआ था. 29 अक्टूबर को जब टीका लगाया गया तो बच्चा स्वस्थ था. अगर टीका की वजह से कोई परेशानी होती तो 24 घंटे के अंदर बच्चे के अंदर लक्षण महसूस होना शुरू हो जाता, लेकिन वैसा कुछ नहीं हुआ. अन्य कारण से भी बच्चे की मौत हो सकती है, जांच कराया जा रहा.

बच्चे के पिता ने बताया कि सदर अस्पताल भभुआ में ही जुलाई माह में बच्चे का जन्म हुआ था. जन्म के बाद बच्चा स्वस्थ था, उस समय भी टीका दिया गया था. बच्चा सुरक्षित था, हंस खेल रहा था, लेकिन टीके का दूसरा डोज 29 अक्टूबर को देने की बात कही गई थी, जहां बच्चे को टीका लगाने के लिए अस्पताल लाया गया था. 29 अक्टूबर को सदर अस्पताल भभुआ के कर्मियों द्वारा बच्चे को टीके का दूसरा डोज भी लगाया गया. उस समय भी बच्चा स्वस्थ था. किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी, तभी अचानक बुधवार सुबह 5 बजे टीका की वजह से बच्चे के शरीर में इंफेक्शन फैल गया और बच्चे की मौत हो गई. यह सारी लापरवाही अस्पताल प्रबंधन की है, हो सकता है कि मेरे बच्चे को टीका देने में इन लोगों ने लापरवाही बरता है, जिससे इंफेक्शन फैल गया है. हम चाहते हैं कि मुझे न्याय मिले. इन लोगों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जांच कराया जा रहा है और कार्रवाई होगी.

Source : News State Bihar Jharkhand

Kaimur News hospital negligence in kaimur Crime news Bihar latest Hindi news Bihar News
      
Advertisment