मोतिहारी एसपी के पहल पर चिमनी में जबरन बंधक बना कर मजदूरी करा रहे 25 मजदूर और 12 बच्चे को मुक्त कराया गया है. मुक्त कराए गए सभी मजदूर को उसके घर भेजने की प्रक्रिया की जा रही है. बताया जा रहा है कि एसपी कुमार आशीष को मजदूरों ने फोन कर बताया कि केसरिया थाना क्षेत्र के भगवतिया एनपीएस चीमनी के मुंशी द्वारा जबर बंधक बना कर काम कराया जा रहा है. पैसा मांगने पर गाली देता है, इतना ही नहीं बीमार पड़ने पर दवा भी नहीं देता, ना कहीं आने जाने देता है. शिकायत मिलने के बाद एसपी ने केसरिया थानाध्यक्ष कृष्ण प्रसाद सिंह को रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर उन्हें मुक्त करवाने का निर्देश दिया. थानाध्यक्ष केसरिया ने तत्काल बल और पदाधिकारी के साथ जाकर एनपीएस ईट भट्टा भगवती में छापेमारी कर बंधुआ मजदूरी कर रहे 13 महिला, 12 पुरुष और 12 छोटा बच्चा को मुक्त करा कर थाना लाया.
केसरिया पहुंचे श्रम अधीक्षक ने मजदूरों से पूछताछ की. इस दौरान सभी मजदूरों ने बताया कि ईट भट्टा में काम करने के लिए 4 रोज पहले आए हैं. रहने के लिए ना बेहतर सुविधा न खाना मिल रहा है और ना मजदूरी मिला, पूछताछ में उन सभी के पास आधार कार्ड तक नहीं था. सभी को चार दिनों का मजदूरी 40 हजार रुपया देकर उन्हें पुनः वापस भेज दिया. वहीं चिमनी मालिक को नोटिस भेजा गया है. मंगलवार को शामिल होने के लिए कहा गया है. चिमनी मालिक नितेश मिश्रा ने बताया कि यूपी मुरादाबाद के ठिकेदार राजकुमार से मजदूर मंगवाए थे, जिसे एडवांस के तौर पर दो लाख 30 हजार दिया था. उसके बाद आने का भारा 36 हजार रुपये दिए थे, उसके आवले राशन के लिए 30 हजार रुपए दिए थे. महज चार रोज आए हुए हुआ था, इस में कैसे किसी मजदूर को बंधक बना कर मजदूरी कराया जा सकता है. जानबूझ कर मुझे फंसाया गया है.
रिपोर्टर- रंजीत कुमार
Source : News State Bihar Jharkhand