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असम-मिजोरम हिंसा पर बोले सीएम बिस्वा सरमा, ये दो राज्यों का सीमा विवाद

असम-मिजोरम सीमा को लेकर सोमवार को विवाद बढ़ गया. इस विवाद की वजह से हुई हिंसा में कम से कम 20 अधिकारी और नागरिक घायल हो गए. दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.

Updated on: 27 Jul 2021, 04:13 PM

नई दिल्ली :

असम-मिजोरम सीमा को लेकर सोमवार को विवाद बढ़ गया. इस विवाद की वजह से हुई हिंसा में कम से कम 20 अधिकारी और नागरिक घायल हो गए और उपद्रवियों ने वाहनों को नुकसान भी पहुंचा. दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. कछार के उपायुक्त कीर्ति जल्ली और पुलिस अधीक्षक निंबालकर वैभव चंद्रकांत सहित दोनों राज्यों के अधिकारी असम के कछार जिले के संकटग्रस्त लैलापुर इलाके में डेरा डाले हुए हैं, जो मिजोरम के कोलासिब की सीमा से लगा हुआ है. वे स्थिति को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं.

पूर्वोत्तर के दो राज्यों के विवाद के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने दोनों राज्यों की सीमा को लेकर हुई हिंसा पर मीडिया से बातचीत की. सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने बताया कि, यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, ये दो राज्यों की सीमा का विवाद है. उन्होंने कहा कि ये कोई नया मामला नहीं है बल्कि ये काफी लंबे समय से चला आ रहा है. उन्होंने बताया कि ये विवाद उस समय भी था जब दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी. ये राज्यों की सीमावर्ती समस्या है को राजनीतिक दलों का विवाद नहीं है.

असम के तीन जिलों में 1,777 हेक्टेयर भूमि पर मिजोरम का कब्जा
असम के मुख्यमंत्री ने मौजूदा विधानसभा सत्र के दौरान कहा कि मिजोरम की सीमा से लगे तीन जिलों में 1,777 हेक्टेयर भूमि पर मिजो लोगों ने कब्जा कर लिया है. मिजोरम के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने दावे का खंडन करते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री द्वारा संदर्भित भूमि 100 से अधिक वर्षों से मिजोरम के सीमावर्ती गांवों के निवासियों के पास है और इसलिए, अतिक्रमण का तो कोई सवाल ही नहीं है. मिजोरम के गृहमंत्री लालचमलियाना ने इससे पहले कहा था कि इस महीने की शुरुआत में असम पुलिस ने बुआर्चेप (कोलासिब) में मिजो किसानों की फसलों को नष्ट कर दिया था और असम सरकार से पर्याप्त मुआवजे की मांग की थी.

असम के अधिकारियों का दावा 6 किमी अंदर घुसकर किया हमला
असम के अधिकारियों ने दावा किया कि मिजोरम से बड़ी संख्या में लोगों ने उन पर राज्य के छह किलोमीटर अंदर आकर हमला किया, जिससे 16 लोग घायल हो गए. वहीं मिजोरम के अधिकारियों ने दावा किया कि असम के लोगों ने एक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसमें एक मिजो दंपति राज्य की यात्रा कर रहा था. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उनके मिजोरम समकक्ष जोरमथंगा ने ट्वीट्स की एक सीरीज में, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अमित शाह से तत्काल हस्तक्षेप करने का आह्वान करते हुए स्थिति के लिए एक-दूसरे के अधिकारियों को दोषी ठहराया.

मिजोरम के सीएम ने पीएम और गृहमंत्री को टैग कर किया ट्वीट
मिजोरम के मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह को भी टैग किया. उन्होंने कहा, हिमंत जी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुख्यमंत्रियों की सौहार्दपूर्ण बैठक के बाद आश्चर्यजनक रूप से असम पुलिस की 2 कंपनियों के द्वारा नागरिकों पर लाठीचार्ज और आंसूगैस के गोले दागे गए. उन्होंने सीआरपीएफ कर्मियों और मिजोरम पुलिस को भी खदेड़ा. सीमा संघर्ष के वीडियो को टैग करते हुए जोरमथांगा ने कहा, श्री अमित शाह जी. कृपया मामले को देखें. इसे अभी रोकने की जरूरत है. एक अन्य ट्वीट में सीएम जोरमथांगा ने लिखा, निर्दोष दंपत्ति कछार के रास्ते मिजोरम वापस जा रहे थे और गुंडों के द्वारा तोड़फोड़ की गई थी. आप इन हिंसक कृत्यों को कैसे सही ठहराने जा रहे हैं?

असम अपनी सीमाओं पर शांति बनाए रखेगा
वहीं सरमा ने अपने ट्वीट में कहा, मैंने अभी-अभी माननीय मुख्यमंत्री जोरमथंगा से बात की है. मैंने दोहराया है कि असम अपनी सीमाओं के बीच यथास्थिति और शांति बनाए रखेगा. मैंने आइजोल का दौरा करने और जरूरत पड़ने पर इन मुद्दों पर चर्चा करने की इच्छा व्यक्त की है. उन्होंने आगे कहा, जोरमथांगा जी, कोलासिब (मिजोरम) के एसपी हमें अपने पोस्ट से हटने के लिए कह रहे हैं, तब तक उनके नागरिक न सुनेंगे और न ही हिंसा रोकेंगे. हम ऐसी परिस्थितियों में सरकार कैसे चला सकते हैं? आशा है कि आप जल्द से जल्द हस्तक्षेप करेंगे. उन्होंने अपने ट्वीट में अमित शाह और पीएमओ को भी टैग किया. मिजोरम के आइजोल, कोलासिब और ममित जिले असम के कछार, करीमगंज और हैलाकांडी जिलों से सटे हुए हैं.

HIGHLIGHTS

  • पूर्वोत्तर के दो राज्यों में सीमा विवाद के चलते हिंसक झड़प
  • असम और मिजोरम में सीमा विवाद के चलते हिंसक झड़प
  • असम के सीएम का दावा एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेंगे