देश से ज्यादा कांग्रेस का नुकसान कर रहे हैं राहुल गांधी : नितिन गडकरी
दिल्ली से असम के चुनावी दौरे के दौरान शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इंटरव्यू में कहा, "अब तो कांग्रेस के नेता ही राहुल गांधी के बयानों को सीरियस नहीं लेते. क्योंकि वे बहुत हास्यास्पद बातें करते हैं.
highlights
- असम और बंगाल में चाय बगानों की बदहाली एक बड़ा मुद्दा है?
- असम में भाजपा के नेतृत्व में दोबारा एनडीए की सरकार बनेगी
- देश से ज्यादा कांग्रेस का नुकसान कर रहे हैं राहुल गांधी
गुवाहाटी:
केंद्र सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्रियों में से एक नितिन गडकरी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के असम की एक चुनावी रैली में बीते दिनों दिए उस बयान पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने कहा था कि नागपुर की सेना(आरएसएस) देश को कंट्रोल कर रही है. गडकरी ने राहुल गांधी के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा है कि वे अपने हास्यास्पद बातों से देश का नुकसान तो करते ही हैं, सबसे ज्यादा कांग्रेस का करते हैं. उनके बयानों से उनकी और कांग्रेस दोनों की इज्जत खराब होती है.
दिल्ली से असम के चुनावी दौरे के दौरान शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इंटरव्यू में कहा, "अब तो कांग्रेस के नेता ही राहुल गांधी के बयानों को सीरियस नहीं लेते. क्योंकि वे बहुत हास्यास्पद बातें करते हैं. अपने बयानों से वह देश और सबसे ज्यादा कांग्रेस का नुकसान करते हैं." दरअसल राहुल गांधी ने असम के डिब्रूगढ़ की एक चुनावी रैली में नागपुर की सेना पर देश को कंट्रोल करने का बयान दिया था.
गडकरी के मुताबिक, असम में घुसपैठ कोई चुनावी मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा, "असम में घुसपैठ को मैं कोई चुनावी मुद्दा नहीं मानता. क्या गैर कानूनी मार्ग से देश मे घुसे लोगों को हमें नागरिक मानना चाहिए? यह बहुत गलत होगा. बांग्लादेश में अगर हमारे देश के लोग गैर कानूनी रास्ते से जाएंगे तो क्या वहां की सरकार उन्हें नागरिक बनाएगी? घुसपैठ के मुद्दे पर वोट बैंक की राजनीति से सभी को बचना चाहिए. कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा और देशहित के मुद्दों पर भी राजनीति करती है."
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि असम में भाजपा के नेतृत्व में दोबारा एनडीए की सरकार बनेगी. उन्होंने कहा, "असम में पिछले पचास साल में जितना काम नहीं हुआ, उतना पिछले पांच साल में हुआ. भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार ने असम की तस्वीर बदल डाली. असम में एयरपोर्ट हो, जलमार्ग बनाना हो, रेलवे के काम हों या फिर रोड के काम हों, असम में करीब डेढ़ लाख करोड़ के काम सिर्फ हमारे मंत्रालय ने कराए हैं. मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में बहुत काम हुए हैं. इस कारण असम की जनता पॉजि़टिव होकर गांव, गरीब, किसान कल्याण के मुद्दे पर भाजपा को वोट करेगी."
असम में पहले चरण के इलेक्शन में वे सीटें शामिल हैं, जहां पिछले साल सीएए को लेकर काफी विरोध हुआ था. क्या चुनाव में सीएए के विरोध का भाजपा की सेहत पर कोई असर पड़ेगा? इस पर नितिन गडकरी ने कहा कि राजनीतिक वजहों से कुछ लोगों ने सीएए के मुद्दे पर असम की जनता को गुमराह करने की कोशिश की. लेकिन, असम की जनता अपने हित जानती है. जनता में सीएए के विरोध का कोई असर नहीं है.
असम और बंगाल में चाय बगानों की बदहाली एक बड़ा मुद्दा है? चाय मजदूरों की बेहतरी से जुड़े सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने इस दिशा में बहुत बड़े कार्य किए हैं. मजदूरों के जनधन एकाउंट खुले. आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज मिलना शुरू हुआ है. चाय बागान के मजदूरों के पीएम आवास योजना में घर मिलने लगा है. हमारी सरकार ने चाय बगान मजदूरों के रोटी, कपड़ा और मकान की चिंता की है. आने वाले समय में और बेहतर कार्य होंगे.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पश्चिम बंगाल के मुद्दे पर आईएएनएस से बात की. उन्होंने कहा कि लेफ्ट और फिर टीएमसी के राज में बंगाल बदहाल हो चुका है. ऐसे में बंगाल की जनता परिवर्तन चाहती है. पश्चिम बंगाल में बीजेपी ही मजबूत विकल्प है. इस बार पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनना सौ प्रतिशत निश्चित है.
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