INDIA गठबंधन में लगातार बढ़ती दरार के बीच कांग्रेस के लिए एक और बुरी खबर है. दरअसल असम कांग्रेस के दो वरिष्ठ विधायक ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन देने का वादा किया है. असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, अब तक चार कांग्रेस विधायकों ने हिमंत बिस्वा सरमा सरकार का समर्थन किया है, जिसके बाद अब कांग्रेस असम में एक बड़ी समस्या का सामना कर रही है. वहीं दूसरी ओर राज्य के सीएम और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर चुटकी ली है.
बता दें कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और हिमंत बिस्वा सरमा के बीच बीते कई वक्त से जुबानी जंग जारी है. दोनों अक्सर सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे पर निजी बयान बाजी करते नजर आते हैं. इसी बीच कांग्रेस के दो-चार विधायकों का राज्य में भाजपा सरकार को "समर्थन" देने पर सीएम सरमा ने तीखा प्राहार किया.
हिमंत ने कहा कि कांग्रेस के दो विधायकों, कमलाख्या डे पुरकायस्थ और बसंत दास ने कांग्रेस छोड़े बिना उनकी सरकार का समर्थन करने का फैसला किया है. ये खबर राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (BJNY) के दौरान कांग्रेस विधायकों से राज्य विधानसभा को निष्क्रिय करने के बयान के कुछ समय बाद आई है.
सीएम ने बताया: आखिर कैसे कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी सरकार का समर्थन कर दिया?
असम सीएम सोरने ने इससे जुड़ा एक वीडियो अपने एक्स अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा कि, "मैं आपको एक कहानी सुनाता हूं!" हिमंत ने बताया कि, "राहुल गांधी के BJNY के साथ असम में प्रवेश करने के बाद, आंदोलनजीवी विपक्षी विधायक ने राहुल गांधी को सूचित किया कि अन्य कांग्रेस विधायकों ने राज्य विधानसभा में कुछ नहीं कहा." इसके बाद, "राहुल गांधी ने सभी कांग्रेस विधायकों को असम-बंगाल सीमा पर अपनी शानदार बस में बुलाया और उन्हें निर्देश दिया कि जब अगला सत्र हो तो मुख्यमंत्री को तोड़ दें और विधानसभा को चलने न दें."
हिमंत ने बताया कि, राहुल गांधी ने कांग्रेस विधायकों को "मुख्यमंत्री को नहीं तोड़ने" पर निष्कासन की धमकी भी दी. हालांकि सत्र के दौरान "चीज़ों को फाड़ना और तोड़ना" तो दूर, कोई वॉक-आउट भी नहीं हुआ.
Source : News Nation Bureau