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असम-मिजोरम राजमार्ग पर 2 सप्ताह के संघर्ष के बाद मालवाहक वाहनों की वापसी

असम के कछार की सीमा से लगे मिजोरम के कोलासिब में पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि रविवार शाम तक सौ से अधिक मालवाहक ट्रक और अन्य वाहन असम से राज्य में दाखिल हुए.

Updated on: 08 Aug 2021, 11:29 PM

नई दिल्ली:

मिजोरम जाने वाले सैकड़ों मालवाहक वाहन जो 26 जुलाई को हुई झड़प के बाद से रुके हुए थे, आर्थिक नाकेबंदी वापस लिए जाने के बाद रविवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 306 पर सामान्य रूप से चले, जिससे आवश्यक वस्तुओं, परिवहन ईंधन और सीमावर्ती राज्य के लिए महत्वपूर्ण दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित हो गई. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. असम के कछार की सीमा से लगे मिजोरम के कोलासिब में पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि रविवार शाम तक सौ से अधिक मालवाहक ट्रक और अन्य वाहन असम से राज्य में दाखिल हुए.

कोलासिब के पुलिस प्रमुख वनलालफाका राल्ते ने मीडिया को बताया कि ड्राइवरों और उनके सहायकों को अपने वाहन चलाने में कोई बाधा या समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि मिजोरम पुलिस आइजोल में सभी प्रकार के माल और यात्री वाहनों की सुचारु आवाजाही को सुगम बनाने के लिए अलर्ट पर है. अधिकारियों ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के निर्देश पर, राज्य के शहरी विकास मंत्री अशोक सिंघल और पर्यावरण और वन मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य ने कछार के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के साथ लैलापुर में सभी हितधारकों के साथ बातचीत की.

कछार के पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर ने मीडिया को फोन पर बताया, दोनों मंत्रियों के समझाने पर शनिवार रात से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई. अधिकांश फंसे हुए वाहन रविवार को मिजोरम गए. असम की ओर कोई समस्या नहीं है. यदि आवश्यक हुआ तो हम ड्राइवरों और अन्य लोगों को सभी सहायता और सुरक्षा प्रदान करेंगे. एनएच-306 पर आर्थिक नाकेबंदी के कारण, मिजोरम की जीवन रेखा, आवश्यक वस्तुओं, परिवहन ईंधन और दवाओं की आपूर्ति 26 जुलाई को सीमा पर सबसे खूनी संघर्ष के बाद से बुरी तरह प्रभावित हुई थी, जिसमें असम पुलिस के छह जवान मारे गए थे और दोनों राज्यों नागरिकों सहित 100 लोग घायल हो गए थे.

इसके पहले दोनों राज्यों के प्रतिनिधियों की गुरुवार को बैठक हुई.  बैठक के बाद असम और मिजोरम ने एक संयुक्त बयान जारी किया. बयान में कहा गया है, दोनों सरकार इस बात पर सहमत है कि गृह मंत्रालय और मुख्यमंत्रियों के द्वारा तनाव को कम करने की बात कही थी उसको आगे बढ़ाएंगे. राज्य की सीमा पर तनाव कम होंगे और बातचीत के रास्ते विवाद को सुलझाएंगे.  साझा बयान में आगे कहा गया है कि दोनों राज्य सीमा पर शांति के लिए केंद्र सरकार की तरफ से तैनात किए गए फोर्स का स्वागत करते हैं.