अब इस राज्य के होटलों में नहीं रुक पाएंगे बांग्लादेशी, हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बाद लिया कड़ा फैसला

India-Bangladesh Relations: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के चलते कोलकाता के मानिकतल्ला में स्थित जेएन रॉय अस्पताल बांग्लादेशी नागरिकों का इलाज करने से इनकार कर चुका है. अब एक राज्य के होटलों ने भी बांग्लादेशियों के प्रवेश को बैन कर दिया है.

India-Bangladesh Relations: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के चलते कोलकाता के मानिकतल्ला में स्थित जेएन रॉय अस्पताल बांग्लादेशी नागरिकों का इलाज करने से इनकार कर चुका है. अब एक राज्य के होटलों ने भी बांग्लादेशियों के प्रवेश को बैन कर दिया है.

author-image
Suhel Khan
New Update
Bangladesh Violence 7 Dec

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी (Social Media)

India-Bangladesh Relations: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बाद दोनों देशों के बीच संबंध लगातार खराब होते जा रहे हैं. भारत लगातार इन हमलों का विरोध कर रहा है, लेकिन बांग्लादेश की सरकार इनपर रोक नहीं लगा पा रही है. जिसे लेकर अब भारत भी सख्ती दिखाने लगा है. इस बीच असम की बराक घाटी के होटलों ने बांग्लादेशियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. होटलों ने अपनी घोषणा में कहा है कि जब तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमले बंद नहीं हो जाते, तब तक वे किसी भी बांग्लादेशी नागरिक को अपनी सेवाएं नहीं देंगे.

Advertisment

इन जिलों के होटलों में नहीं रुक पाएंगे बांग्लादेशी

बता दें कि जिन जिलों के होटलों ने बांग्लादेशियों पर बैन लगाया है उनमें बराक घाटी में कछार, श्रीभूमि (पूर्व में करीमगंज) और हैलाकांडी समेत तीन जिले शामिल हैं. बराक घाटी बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र के साथ 129 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करती है. बराक घाटी होटल और रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबुल राय का कहना है कि 'बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति चिंताजनक है.'

ये भी पढ़ें: IPL 2025: एमएस धोनी की CSK को चैंपियन बनाएंगे टीम इंडिया से बाहर चल रहे ये 3 खिलाड़ी, एक T20I में लगा चुका है शतक

उन्होंने कहा कि, 'हम इसे किसी भी तरह से स्वीकार नहीं कर सकते. इसलिए हमने फैसला किया है कि जब तक स्थिति में सुधार नहीं होता और हिंदुओं पर अत्याचार नहीं रुकते तब तक हम बराक घाटी के तीनों जिलों में पड़ोसी देश के किसी भी नागरिक को अपने यहां नहीं ठहरने देंगे. विरोध जताने का ये हमारा तरीका है.'

ये भी पढ़ें: सावधान: बैंक में जमा कर रहे हैं कैश तो हो जाएं अलर्ट, देना पड़ेगा 60 फीसदी टैक्स

हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का जमकर हो रहा विरोध

बाबुल राय का कहना है कि, 'बांग्लादेश के लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में स्थिरता लौट आए. अगर स्थिति में सुधार होता है तभी हम अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकते हैं.' बता दें कि इससे पहले कोलकाता का जेएन रॉय अस्पताल भी इसी तरह का फैसला ले चुका है और अस्पताल ने किसी भी बांग्लादेशी का इलाज करना बंद कर दिया है.

ये भी पढ़ें: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का रविवार से तीन दिवसीय रूस दौरा, नौसेना INS तुशील को करेंगे कमीशन

यही नहीं हाल ही में बजरंग दल ने सिलचर में एक वैश्विक प्रदर्शनी के आयोजकों से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में बांग्लादेशी उत्पाद बेचने वाले दो स्टॉल को बंद करने की मांग थी, बाद में इन्हें बंद करा दिया गया था.

Assam News Assam news in hindi Bangladesh violence
      
Advertisment