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300 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोपी मथुरा से गिरफ्तार (प्रतीकात्मक फोटो)
UP News: कई बार शातिर अपराधी पुलिस से बचने के लिए अपनी पहचान छिपाकर दूसरे शहरों में जाकर रहने लगते हैं, लेकिन एक न एक दिन उनकी कलई खुल ही जाती है और वो पुलिस के चुंगल में पंस जाते हैं. ऐसा ही एक मामला मथुरा से सामने आया है. जहां महाराष्ट्र में हजारों लोगों से कथित तौर पर 300 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसने पुलिस को चकमा देने के लिए साधू का वेश धारण कर रखा था और मथुरा के एक मंदिर के पास रहने लगा. लेकिन बीते मंगलवार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. शुक्रवार को पुलिस ने इस बारे में जानकारी दी.
जानें क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक, बीते मंगलवार को बबन विश्वनाथ शिंदे नाम के एक शख्स को वृन्दावन और बीड जिला पुलिस के संयुक्त अभियान चलाकर वृन्दावन के कृष्ण बलराम मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बबन विश्वनाथ शिंदे पर लगभग 300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की कई एफआईआर दर्ज हैं. इस सिलसिले में वह काफी दिनों से वांछित चल रहा था.
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पुलिस से बचने के लिए बदले कई शहर
पुलिस उपाधीक्षक संदीप कुमार सिंह के मुताबिक, आरोपी बबन विश्वनाथ शिंदे ने अपनी पहचान छिपा रखी थी और वह साधू बनकर रह रहा था. पुलिस से बचने के लिए उसने कई शहर बदले, कभी वह दिल्ली तो कभी असम पहुंच जाता. इसके अलावा वह नेपाल और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पहचान छिपाकर पुलिस से बचता रहा. पुलिस उपाधीक्षक ने कहा आखिरकार मंगलवार देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके बाद अगले दिन उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष अदालत में पेश किया गया.
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क्राइम ब्रांच ने की ट्रांजिट रिमांड की मांग
अधिकारियों के अनुसार, महाराष्ट्र के बीड जिले से अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) की एक टीम ने मथुरा अदालत से ट्रांजिट रिमांड मांगी थी. जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया उसके बाद क्राइम ब्रांच ने उसे हिरासत में ले लिया. बीड जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल द्वारा गठित विशेष जांच दल के सदस्य सब इंस्पेक्टर एसएस मुर्कुटे के अनुसार, शिंदे ने लोगों को उनकी जमा राशि पर उच्च ब्याज दरों का वादा करके लालच दिया. साथ ही उन्हें राज्य की सहकारी बैंक की चार शाखाओं में अपना पैसा निवेश करने के लिए राजी कर लिया था.
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मुर्कुटे ने बताया कि, "आरोपी द्वारा की गई कुल धोखाधड़ी में चोरी के पैसों से खरीदी गई संपत्तियां भी शामिल हैं, उसने इस तरह दो हजार से ज्यादा लोगों के साथ धोखाधड़ी की."