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यदि एनडीए सत्ता में आई तो 'पुडुचेरी' अपनी पहचान खो देगा

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा बुधवार को संसद में पारित हुण् विधेयक में उप-राज्यपाल को और अधिक शक्तियां दी गई हैं. उस पर नई दिल्ली तो एक बड़ा उदाहण है कि पुडुचेरी का भविष्य कैसा होगा.

Updated on: 27 Mar 2021, 02:30 AM

highlights

  • पुडुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी.नारायणसामी ने कहा
  • "यदि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए सत्ता में चुनकर आता है तो पुडुचेरी की जनता को नुकसान होगा"
  • ''वे यह सब पुडुचेरी में भी करेंगे. मैं इस मुद्दे पर इन दोनों दलों का मत जानना चाहूंगा"

पुडुचेरी:

पुडुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी.नारायणसामी ने कहा है कि यदि राज्य में भाजपा के नेतृत्च वाले एनडीए की सरकार आती है, तो उप-राज्यपाल को ज्यादा अधिकार दिए जाएंगे. यह स्थिति राज्य की पहचान पर संकट ला देगी. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा बुधवार को संसद में पारित हुण् विधेयक में उप-राज्यपाल को और अधिक शक्तियां दी गई हैं. उस पर नई दिल्ली तो एक बड़ा उदाहण है कि पुडुचेरी का भविष्य कैसा होगा. उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल को ज्यादा अधिकार देने के लिए दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश अधिनियम में संशोधन किया गया था और इसके कारण दिल्ली सरकार के सभी निर्णयों को उप-राज्यपाल की मंजूरी की जरूरत होगी.

नारायणसामी ने कहा, "यह पुडुचेरी के लिए साफ संकेत है कि इसके भविष्य में क्या है और लोगों को इस पर आपत्ति जताते हुए इस चुनाव में भाजपा को सबक सिखाना चाहिए." पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "एनडीए विरोधाभासों का एक बंडल है. जहां एआईएनआर और एआईएडीएमके ने पुडुचेरी को राज्य का दर्जा दिए जाने के लिए सड़कों पर लड़ाई लड़ी थी, वहीं उनकी गठबंधन सहयोगी भाजपा ने संसद में एक कानून पारित कर उप-राज्यपाल की शक्तियां बढ़ाई हैं. वे यह सब पुडुचेरी में भी करेंगे. मैं इस मुद्दे पर इन दोनों दलों का मत जानना चाहूंगा."

उन्होंने आगे कहा, "यदि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए सत्ता में चुनकर आता है तो पुडुचेरी की जनता को नुकसान होगा." कांग्रेस के नेतृत्व वाला सेक्युलर प्रोग्रेसिव एलायंस (एसपीए) यहां के चुनाव में गवर्नमेंट ऑफ नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ दिल्ली बिल, 2021 का ज्यादा से ज्यादा प्रचार करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बिल को बुधवार को संसद में पारित किया गया था.

ज्यादातर सर्वे 6 अप्रैल के चुनावों में एआईएनआरसी-एआईएडीएमके-भाजपा गठबंधन की जीत की भविष्यवाणी कर रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस दिल्ली के उप-राज्यपाल को ज्यादा शक्तियां देने के मुद्दे को अधिक से अधिक उठाकर वोट खींचने की कोशिश कर रही है.