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T20 World Cup 2007: पाक के खिलाफ जब विकेट के पीछे बैठ गए थे एमएस धोनी, पलट गया था मैच

साल 2007 टी20 वर्ल्ड का पहला सीजन खेला जा रहा था और साउथ अफ्रीका इसकी मेजबानी कर रहा था. डरबन में भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) की टीम पहली बार टी20 में भिड़ी थी. दोनों टीमों के बीच हाईवोल्टेज वाला मुकाबला हुआ था.

Updated on: 14 Sep 2022, 11:22 AM

नई दिल्ली:

T20 WC 2007: साल 2007 टी20 वर्ल्ड (T20 World Cup) का पहला सीजन खेला जा रहा था और साउथ अफ्रीका (South Africa) इसकी मेजबानी कर रहा था. डरबन (Durban) में भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) की टीम पहली बार टी20 में भिड़ी थी. दोनों टीमों के बीच हाईवोल्टेज वाला मुकाबला वाला हुआ था. डरबन के किंग्समीड में दोनों टीमों के बीच खेला गया यह मुकाबला टाई हो गया था, जिसके बाद इस मैच का फैसला बॉल-आउट से हुआ था. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) पहली बार टीम इंडिया (Team India) की कप्तानी कर रहे थे. टीम इंडिया बॉल-आउट में पाकिस्तान को 3-0 मात देकर मैच को जीत लिया था. यूं ही नहीं करते कि महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे से मैच को पलट देते हैं. उन्होंने कई बार ऐसा कारनामा किया है. महेंद्र सिंह धोनी ने टी20 वर्ल्ड 2007 में भी विकेट के पीछे से मैच पलटा था. 

14 सितंबर को 2007 को डरबन में खेले गए ग्रुप-डी के मैच में भारत और पाकिस्तान की टीम आमने सामने थी. इस मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ (Mohammad Asif) भारतीय बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे. उन्होंने टीम इंडिया के ओपनर गौमत गंभीर (Gautam Gambhir) को डकआउट और वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) को 6 रन के स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखाया. रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) ने अर्धशतक बनाया था और महेंद्र सिंह धोनी ने 31 गेंदों पर 33 रनों की पारी खेली. इसके अलावा इरफान पठान (Irfan Pathan) ने 15 गेंदों में 20 रन बनाए थे. मोहम्मद आसिफ ने स्पेल में 8 रन देकर 4 विकेट झटके थे. वहीं शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) ने 2 विकेट चटकाए थे. टीम इंडिया 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 141 रन ही बना सकी.  

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142 रन का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम 7 विकेट पर 141 रन ही बना सकी. पाकिस्तान की ओर से मिस्बाह उल हक (Misbah ul Haq) ने सबसे ज्यादा 53 रन बनाए लेकिन वह टीम को जीता नहीं पाए. श्रीसंत (S. Sreesanth)  की बॉल पर अजित अगरकर (Ajit Agarkar) ने उन्हें रन आउट कर दिया और मैच टाई हो गया. 

भारत बॉल आउट से जीता था मैच

मैच का फैसला अब बॉल-आउट से होना था. उस समय में टी20 में मैच टाइ होने पर बॉल आउट से फैसला करने का नियम था. इस नियम के मुताबिक दोनों टीमों को स्टंप्स पर 5-5 बॉल फेंक कर हिट करना था. इसमें से जिस भी टीम की ज्यादा बार स्टंप्स हिट होगी वह मैच जीत जाएगा. 

जब भारत को बॉल फेंकनी थी तब एम एस धोनी विकेट के ठीक पीछे नीचे बैठ गए थे जिससे गेंद फैंकने वाला समझ जाएं कि गेंद को कहा फेंकना है कि ये सीधे जाकर स्टंप्स को हिट करे और ऐसा ही हुआ. वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रबिन उथप्पा इन तीनों ने गेंद फेंकी और स्टंप्स को हिट किया. जबकि पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी, अमर गुल (Umar Gul) और यासिर अराफात में से कोई भी स्टंप्स को हिट नहीं कर पाया इसलिए 2 और गेंद फेंकने की जरूरत नहीं पड़ी. टीम इंडिया इस मैच को 3-0 से जीत लिया.