वकार यूनुस (Waqar Younis) के एक बेतुका बयान से काफी बवाल हुआ...जिसके बाद वकार (Waqar Younis) को माफी मांगनी पड़ी. जी. बेतुका बयान ये था कि यूनुस (Waqar Younis) ने कहा था कि रिजवान ने मैच के दौरान जो हिंदुओं के बीच नमाज अदा की वो मेरे लिए बेहद खास थी. इसके बाद इतना बवाल हुआ कि वकार (Waqar Younis) को सोशल मीडिया पर सभी से माफी मांगनी पड़ी. भारतीय कमेंटेटर हर्षा भोगले ने कहा कि यूनिस (Waqar Younis) जैसे क्रिकेटरों को क्रिकेट की दुनिया को एकजुट करना चाहिए न कि इसे धर्म से बांटना चाहिए. अब माफी बवाल की वजह से मांगी है या फिर किसी और की वजह से. जी आप कहेंगे कि दूसरी वजह क्या हो सकती है. तो आपको बताते चलें कि कुछ दिन पहले रमीज राजा ने कहा था कि बीसीसीआई (BCCI) के सहारे चल रहा है पाकिस्तान क्रिकेट. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए प्रमुख रमीज राजा का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो कह रहे थे कि दुनियाभर में क्रिकेट भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सहारे ही चल रहा है. रमीज राजा आगे कहते हैं कि आईसीसी को अपने राजस्व का 90 फीसदी हिस्सा बीसीसीआई से हासिल होता है.
अगर इन दोनो को लिंक किया जाए तो मतलब यही निकलता है कि पीसीबी के दबाव में तो कहीं वकार यूनुस को माफी मांगनी पड़ी. पूरा संभव है कि ये हुआ हो क्योंकि रमीज राजा ने पीसीबी के अधिकारियों के साथ जो मीटिंग की थी उसमें कहा था कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को अपनी कमाई का 50 फीसदी हिस्सा आईसीसी से लेता है. मतलब ये हुआ कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई के ही सहारे चल रहा है.
दरअसल वकार ने कहा था कि धार्मिक मामलों पर टिप्पणी में नहीं करना चाहता था. मैं सभी धर्म की इज्जत करता हूं. मैंने जो कहा था उससे मेरा मतलब हिंदुओं की भावनाओं को चोट देना नहीं था. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. तो ऐसे में वकार का एकदम से पलटी मारना ये सवाल जरुर खड़ा करता है. और वैसे भी ये जगजाहिर है कि क्रिकेट में भारत का दबदबा कितना है. अगर पाकिस्तान की तरफ से ऐसे कोई बयान आता है तो ये उसके लिए किसी खतरे से कम नहीं होगा.
Source : Sports Desk