ओलंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. उन्होंने एक बार फिर से विदेशी जमीन पर तिरंगा लहरा दिया है. नीरज चोपड़ा ने पेरिस डायमंड लीग का खिताब अपने नाम किया है. उन्होंने पहले ही राउंड में 88.16 मीटर का शानदार थ्रो फेंककर जीत पक्की कर ली थी.
लीग में जर्मनी के जूलियन वेबर ने 87.88 मीटर का थ्रो किया और दूसरा स्थान पक्का कर लिया. कुछ ही नंबरों के कारण नीरज चोपड़ा से उन्हें पीछे रहना पड़ गया. 86.62 मीटर के थ्रो के साथ ब्राजील के मौरिसियो लुइज डा सिल्वा ने तीसरा स्थान हासिल किया.
नीरज के छह में से तीन थ्रो फाउल
- पहला राउंड- 88.16 मीटर
- दूसरा राउंड- 85.10 मीटर
- तीसरा राउंड- फाउल
- चौथा राउंड- फाउल
- पांचवा राउंड- फाउल
- छठा राउंड- 82.89 मीटर
इस लीग में नहीं मिलता है कोई मेडल
बता दें, डायमंड लीग में जीत हासिल करने के बाद भी नीरज को कोई मेडल नहीं मिलेगा. क्योंकि इस लीग में कोई मेडल नहीं दिया जाता है. इसमें हर स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी को प्वाइंट्स मिलते हैं. इन्हीं प्वाइंट्स के आधार पर साल के अंतिम डायमंड लीग में जगह मिलती है. वहां फाइनल होता है. नीरज चोपड़ा को अभी कुल 15 प्वाइंट मिले हैं. वे जूलियन वेबर के साथ पहले नंबर पर काबिज हैं. खास बात है कि ओंलपिक्स की तैयारियों की वजह से ही पिछले साल नीरज ने इस लीग में भाग नहीं लिया था.
क्या है डायमंड लीग
डायमंड लीग एथलेटिक्स टूर्नामेंट है. इसमें एथलेटिक्स के 16 इवेंट्स होते हैं. दुनिया भर के अलग-अलग शहरों में हर साल इसका आयोजन होता है. हर साल मई से लेकर सिंतबर तक सीरीज का आयोजन होता है. फाइनल के साथ सीरीज का अंत होता है. खास बात है कि इस सीरीज के विभिन्न प्रतियोगिता में शामिल होने वाले टॉप-8 खिलाड़ियों को प्वाइंट्स मिलते हैं, जैसे- नंबर एक पर रहने वाले खिलाड़ी को आठ और आठवें नंबर पर रहने वाले खिलाड़ी को 1. इन्हीं नंबर के आधार पर डायमेंड लीग फाइनल में जगह दी जाती है और फाइनल जीतने वाले खिलाड़ी को ट्रॉफी और कैश प्राइज दी जाती है.