logo-image

विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप: किदांबी श्रीकांत, पीवी सिंधु समेत इन खिलाड़ियों पर होगी भारत की उम्मीदें

ग्लासगो में सोमवार से विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप शुरू हो रही है। विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत की उम्मीदें स्टार पुरुष खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और महिला खिलाड़ी पी.वी. सिंधु पर होंगी।

Updated on: 20 Aug 2017, 05:40 PM

नई दिल्ली:

ग्लासगो में सोमवार से विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप शुरू हो रही है। विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत की उम्मीदें स्टार पुरुष खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और महिला खिलाड़ी पी.वी. सिंधु पर होंगी।

भारत के ये दोनों खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में हैं और इस कारण दोनों पदक जीतकर एक नया इतिहास रच सकते हैं। भारत के किसी भी बैडमिंटन खिलाड़ी ने अब तक विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड नही जीता है।

सिंधु ने 2013 और 2014 में कांस्य जीता था लेकिन पुरुष वर्ग में कोई खिलाड़ी पदक तक नहीं पहुंच सका है। श्रीकांत ने इस साल दो लगातार सुपर सीरीज खिताब जीते हैं और इस लिहाज से वह पदक तक पहुंच सकते हैं।

विश्व चैम्पियनशिप में खिताबी जीत हासिल करने के बारे में मीडिया को दिए एक बयान में श्रीकांत ने कहा, 'मैं इस समय खिताबी जीत के बारे में नहीं सोच रहा हूं और हमेशा की तरह कदम-दर-कदम आगे बढ़ने की रणनीति से ही मैदान पर उतरुंगा।'

बकौल श्रीकांत, 'जहां तक मुझ पर निगाहें टिकने की बात है, तो मैं पूरी कोशिश करूंगा। हालांकि, इस टूर्नामेंट में कई अन्य भारतीय खिलाड़ी भी हिस्सा ले रहे हैं, जो मेरे समान ही जीतने में सक्षम हैं। इसलिए, मैं यह नहीं मान सकता कि मैं अपने देश की एकमात्र उम्मीद हूं।'

और पढ़ेंः सानिया मिर्जा, रोहन बोपन्ना क्वॉर्टरफाइनल में हारे, सिनसिनाटी ओपन से बाहर

श्रीकांत का कहना था कि उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप के लिए अपनी तैयारियों को मजबूत करने हेतु ही आस्ट्रेलिया ओपन के बाद खेले गए अमेरिकी और न्यूजीलैंड ओपन में हिस्सा नहीं लिया था।

पुरुष एकल वर्ग में श्रीकांत के अलावा समीर वर्मा, अजय जयराम और बी. साई प्रणीत भी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

महिला एकल वर्ग में रियो ओलिम्पिक की रजत पदक विजेता सिंधु के साथ-साथ सायना नेहवाल, रितुपर्णा दास और तन्वी लाड भी मैदान में उतरेंगी। सायना और सिंधु को पहले दौर में बाय मिला है और इस कारण वह सीधै तौर पर दूसरे दौर में प्रवेश कर चुकी हैं।

पुरुष एकल वर्ग में 2014 और 2015 मे विश्व चैम्पियन बन चुके चीनी खिलाड़ी चेन लोंग और उनके हमवतन लिन डान (2011 और 2013) भी कोर्ट में मौजूद हैं। इसके अलावा शीर्ष विश्व वरीयता प्राप्त सोन वान हो भी इस चैम्पियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों के लिए कड़ी चुनौती प्रस्तुत करेंगे।

महिला एकल वर्ग की बात की जाए, तो 2014 और 2015 में खिताबी जीत हासिल करने वाली स्पेन की स्टार खिलाड़ी और रियो ओलम्पिक में सिंधु को मात देकर सोना जीतने वाली कैरोलिना मारिन भी बाय हासिल कर सीधे दूसरे दौर में प्रवेश कर चुकी हैं। मारिन इस चैम्पियनशिप में हैट्रिक के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

मिश्रित युगल वर्ग में प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी को बाय मिला है और उन्होने सीधे तौर पर दूसरे दौर में प्रवेश किया है। इसके अलावा, सात्विकसाईराज रेड्डी-के. मनीषा, प्राजक्ता सावंत-योगेंद्रा कृष्णन, बी. सुमित रेड्डी-अश्विनी पोनप्पा भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।

और पढ़ेंः सानिया मिर्जा सिनसिनाटी ओपन के सेमीफाइनल में, रोहन बोपन्ना भी अंतिम-8 में पहुंचे