सुरेश कलमाड़ी ने भारतीय ओलम्पिक संघ का पद ग्रहण करने से मना कर दिया है। इससे पहले मंगलवार को सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को सर्वसम्मति से भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) का आजीवन मानद अध्यक्ष चुना गया था।
हालांकि इस नियुक्ति को लेकर कई लोगों ने सवाल खड़े करने भी शुरू कर दिये। खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा है कि कलमाड़ी और चौटाला को अजीवन मानद अध्यक्ष बनाए जाने से सरकार हैरान है।
ज़ाहिर है कि कलमाड़ी पर दिल्ली में 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और इस मामले में वो नौ महीने की सजा भी काट चुके हैं। चौटाला का भी आईओए में पुराना कार्यकाल विवादों भरा रहा था।
गोयल ने इस नियुक्ति पर हैरानी ज़ाहिर करते हुए कहा , 'हम आईओए द्वारा सुरेश कलमाड़ी और अभय चौटाला को अजीवन मानद अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले से हैरान हैं। यह बिल्कुल भी मान्य नहीं है क्योंकि दोनों पर भ्रष्टचार और आपाराधिक मामले दर्ज हैं।'
खेल मंत्रालय ने कलमाड़ी-चौटाला को आजीवन अध्यक्ष बनाए जाने पर भारतीय ओलंपिक संघ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
उन्होंने कहा, 'अभय चौटाला और ललित भनोट के कारण ही अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने आईओए को निलंबित भी कर दिया था। वह निलंबन तभी हटा था जब इन दोनों को प्रबंधन से हटाया गया था।'