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कुश्ती महासंघ का खेल मंत्रालय को जवाब, अध्यक्ष को सिर्फ बदनाम करने की साजिश

डब्ल्यूएफआई ने अध्यक्ष पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर खेल मंत्रालय को अपना जवाब सौंप दिया है. WFI ने अपने जवाब में कहा कि पहलवानों का धरना प्रदर्शन निजी स्वार्थ और मौजूदा प्रबंधन को हटाने की सिर्फ साजिश है.

Updated on: 21 Jan 2023, 07:21 PM

नई दिल्ली:

Wrestlers Protest : कुश्ती के दिग्गज पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (wrestling federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (brij bhushan sharan singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इस पर खिलाड़ियों ने जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन (Wrestlers Protest ) किया और खेल मंत्री से मुलाकात की. इस दौरान खेल मंत्रालय ने अध्यक्ष को नोटिस जारी कर 72 घंटे के अंदर जवाब मांगा है. इस पर डब्ल्यूएफआई (WFI) ने अध्यक्ष पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर खेल मंत्रालय (Sports Ministry) को अपना जवाब सौंप दिया है. डब्ल्यूएफआई WFI ने अपने जवाब में कहा कि पहलवानों का धरना प्रदर्शन निजी स्वार्थ और मौजूदा प्रबंधन को हटाने की सिर्फ साजिश है. उन्होंने कहा कि यह अध्यक्ष और महासंघ को बदनाम करने का षड्यंत्र है.

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भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) ने अपने जवाब में लिखा है कि जिस हिसाब से खिलाड़ी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं तो उससे यह ही प्रतीत होता है कि निजी स्वार्थ के लिए ये पहलवान साजिश के तहत महासंघ की छवि खराब कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि महासंघ में व्यक्तिगत रूप से अध्यक्ष समेत किसी की भी मनमानी नहीं चलती है और खराब मैनेजमेंट की भी कोई उम्मीद नहीं है. 

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आपको बता दें कि आईओए ने शुक्रवार को डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह (brij bhushan sharan singh) पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जिसमें योगेश्वर दत्त और मैरीकॉम जैसे खिलाड़ी शामिल हैं. इसके अलावा ही इस पैनल के सदस्यों में तीरंदाज डोला बनर्जी और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव को शामिल किया गया है.