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ओलंपिक खेल 2020( Photo Credit : आईएएनएस)
जापान के ओलिम्पक मंत्री तोशियाकी एंडो ने कहा है कि ओलिम्पक खेलों पर अंतिम फैसला संभवत: मार्च में लिया जा सकता है. ओलिम्पक खेलों का आयोजन अगले साल 23 जुलाई से आठ अगस्त के बीच होना है. जापान के ब्रॉडकास्टर एनएचके ने शुक्रवार को एंडो के हवाले से लिखा, अगले साल मार्च वो समय है जब हम उस तरह के बड़े सवालों का सामना करना होगा कि खिलाड़ी चुने जा सकेंगे या नहीं. इससे पहले टोक्यो की गर्वनर कोइके युरिको ने गुरुवार को कहा कि ओलिम्पक और पैरालम्पिक को लेकर चर्चा जारी है.
कोइके यूरिको ने कहा, टोक्यो और जापान के लोगों को यह बताना चाहिए कि इन खेलों का आयोजन किया जाना चाहिए. इसके लिए समर्थन हासिल करने के लिए हम चर्चा कर रहे हैं और देख रहे हैं कि क्या करना चाहिए. उन्होंने साथ ही कहा कि मेट्रोपोलिटन सरकार इस बारे में चर्चा कर रही है. जापान के अखबार यामुइरी ने गुरुवार को बताया था कि आयोजक कई तरह के सुरक्षा उपायों पर चर्चा कर रहे हैं, जिसमें कोरोनावायरस का टेस्ट और मैदान पर कुछ दर्शकों का मौजूद होना शामिल है. ओलिम्पक खेलों का आयोजन इसी साल 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच होना था लेकिन कोरोनावायरस के कारण इन खेलों को एक साल के लिए टाल दिया गया है.
उधर जापान की जनता अगले साल के लिए स्थगित हो चुके ओलंपिक को लेकर वास्तविकता के लिए तैयार हो रही है, जहां खिलाड़ियों को कोरंटाइन में रखा जा सकता है, दर्शकों की संख्या में कटौती होगी और इनके आयोजन में विलंब के कारण जनता के लाखों डॉलर खर्च होंगे. पिछले कुछ हफ्तों में जापान के बाहर दिए चुनिंदा साक्षात्कार में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक संकेत दे चुके हैं कि स्टेडियम खाली होंगे, खिलाड़ियों का पृथकवास में रखा जाएगा और कोरोना वायरस परीक्षण होंगे. टोक्यो की तैयारी को देखने वाले आईओसी के सदस्य जॉन कोएट्स ने आस्ट्रेलिया में कुछ हफ्ते पहले कहा था कि तोक्यो ओलंपिक वास्तविक समस्याओं का सामना कर रहा है और इसके पीछे का एक बड़ा कारण इससे जुड़ी संख्या है. इसमें 15400 ओलंपिक और पैरालंपिक हिस्सा लेंगे जबकि स्टाफ, अधिकारी, मीडिया और 80 हजार स्वयंसेवक भी इससे जुड़ेंगे. अब जापान में राजनेता और सूत्रों की खबरों में बिलकुल अलग और छोटे पैमाने पर ओलंपिक का विचार पेश किया जा रहा है. इसमें अगर प्रशंसकों को स्टेडियम में आने की इजाजत मिली तो इनकी संख्या काफी कम होगी. यही नहीं सभी खिलाड़ियों, प्रशंसकों और स्टाफ का परीक्षण होगा और खेल गांव में पृथकवास जैसी स्थिति होगी.
Source : Sports Desk