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Tokyo Olympics 2020 : रवि कुमार ने जीता भारत के लिए सिल्वर मेडल, जावुर युगुएव से हारे

टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए रवि दहिया ने सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है. वे हालांकि फाइनल में रूस के खिलाड़ी जावुर युगुएव से हार गए हैं, इसलिए उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा.

Updated on: 05 Aug 2021, 05:10 PM

highlights

  • फाइनल में भले हार गए रवि, लेकिन किया शानदार प्रदर्शन
  • सेमीफाइनल में भी पीछे रहने के बाद भी जीता था मुकाबला
  • इससे पहले पहलवान सुशील कुमार ने भी जीता था सिल्वर

नई दिल्ली :

टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए रवि दहिया ने सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है. वे हालांकि फाइनल में रूस के खिलाड़ी जावुर युगुएव से हार गए हैं, इसलिए उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा. हालांकि फाइनल में भी रवि दहिया ने कमाल का प्रदर्शन किया. इससे पहले लंदन ओलंपिक में भारत के पहलवान सुशील कुमार फाइनल में हार गए थे, जिसके कारण उनको रजत पदक से संतोष करना पड़ा था लेकिन टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय फैंस को पहलवान रवि दहिया से गोल्ड मेडल जीतने की काफी उम्मीदें थीं. 

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भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया को यहां चल रहे टोक्यो ओलंपिक के पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में रूस ओलंपिक समिति (आरओसी) के जायूर उगयेव के हाथों 4-7 से हार का सामना कर रजत पदक से संतोष करना पड़ा. रवि ने टोक्यो में शानदार शुरूआत करते हुए अपनी प्रतिभा का लौहा मनवाया था. उन्होंने सेमीफाइनल में पीछे चल रहे होने के बावजूद कजाखस्तान के नूरइस्लाम सनायेव को हराकर फाइनल में प्रवेश कर भारत के लिए पदक पक्का कर लिया था. फाइनल मुकाबले के पहले पीरियड में उगयेव ने दो अंक लिए. लेकिन रवि ने तुरंत वापसी की और दो अंक बटोर स्कोर बराकर किया। हालांकि, फिर उगयेव ने दो अंक लेकर 4-2 की बढ़त ली. इसके बाद दूसरे पीरियरड में भी उगयेव ने एक अंक लिए. फिर उगयेव ने दो और अंक हासिल कर स्कोर 7-2 कर दिया. हालांकि, रवि ने एक बार फिर वापसी की और दो अंक बटोर फासला कम कर लिया. लेकिन उनकी यह कोशिश मुकाबला जीतने के लिए काफी नहीं रही और उन्हें इस हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा.

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बता दें कि भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया ने पुरुष फ्रीस्टाइल के 57 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में पीछे चल रहे होने के बावजूद कजाखस्तान के नूरइस्लाम सनायेव को हराकर फाइनल में प्रवेश करने के साथ ही रवि ने अपने और देश के लिए रजत पदक पक्का कर लिया था. कुश्ती में लंदन ओलंपिक में सुशील कुमार रजत पदक जीत चुके हैं. वैसे रवि के लिए यह मुकाबला आसान नहीं रहा, क्योंकि उगयेव दो बार के विश्व चैम्पियन (2018, 2019) थे, वह यह मानते हैं कि सफलता 99 फीसदी मेहनत और एक फीसदी टैलेंट पर आश्रित होती है. जिस साल (2019) में उगयेव ने नूर सुल्तान में विश्व चैम्पियनशिप का सोना जीता था, उसी साल रवि दहिया ने इसी वर्ग में कांस्य जीता था. वह मौजूदा एशियाई चैम्पियन (2020, 2021) और यू23 विश्व चैम्पियनशिप (2018) के रजत पदक विजेता भी हैं.

उधर दो बार की विश्व चैम्पियन बेलारूस वेनेसा कालाजिंसकाया के महिला फ्रीस्टाइल 53 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में हारने के साथ ही भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट के रेपेचेज राउंड में पहुंचने की उम्मीद टूट गई और वह कांस्य पदक की दौड़ से बाहर हो गईं. माकुहारी मेसे हॉल एक के मैट-बी पर हुए क्वार्टर फाइनल मैच में विनेश को वेनेसा ने 9-3 से हराया था. यह मुकाबला हारने के बावजूद वह कांस्य पदक जीत सकती थीं लेकिन उसके लिए वेनेसा को अपना सेमीफाइनल मुकाबला जीतने की जरूरत थी. हालांकि, वेनेसा को चीन की कियानयू पांग के हाथों हार का सामना करना पड़ा. ओलंपिक में कुश्ती प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार, अंतिम फाइनलिस्ट के खिलाफ हारने वालों को कांस्य पदक के लिए हारने वाले सेमीफाइनलिस्ट के खिलाफ आपस में लड़ने का मौका मिलता है. इससे पहले, विनेश ने राउंड ऑफ-8 मुकाबले में विनेश ने स्वीडन की सोफिया मैगडालेना मैटसन को 7-1 से हराया था.