Thailand Open 2021: बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत मुकाबले से हटे
पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत चोट के कारण यहां जारी थाईलैंड ओपन के अपने दूसरे दौर के मुकाबले से हट गए हैं
नई दिल्ली :
पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत चोट के कारण यहां जारी थाईलैंड ओपन के अपने दूसरे दौर के मुकाबले से हट गए हैं. पुरुष एकल में मौजूदा समय में विश्व रैंकिंग में 14वें स्थान पर काबिज श्रीकांत को गुरुवार को अपने दूसरे दौर के मुकाबले में आठवीं सीड मलेशिया के ली जी जिया के खिलाफ कोर्ट पर उतरना था, लेकिन श्रीकांत ने मुकाबले से पहले ही जिया को वॉकओवर दे दिया और मलेशियाई खिलाड़ी अगले दौर में पहुंच गए हैं
ये भी पढ़ें: भारत के आर अश्विन ले सकते हैं 800 विकेट, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज के लिए बताया मुश्किल
श्रीकांत की असमय और दुर्भाग्यपूर्ण विदाई के बाद पुरुष एकल में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है. भारतीय बैडमिंटन संघ ने अपने टि्वटर पर कहा है कि दाएं पैर की पिंडली में खिंचाव होने के कारण श्रीकांत अपने मुकाबले से हट गए हैं. श्रीकांत ने बुधवार को अपने पहले दौर के मुकाबले में हमवतन सौरभ वर्मा को हराया था. श्रीकांत ने 31 मिनट तक चले मुकाबले में वल्र्ड नंबर-30 सौरभ को 21-12, 21-11 से पराजित करके दूसरे राउंड में प्रवेश किया था.
ये भी पढ़ें: ब्रिस्बेन टेस्ट में खेल सकते हैं जसप्रीत बुमराह लेकिन नहीं होगा Playing XI का ऐलान
इसस पहले कोविड-19 डॉक्टरों की टीम ने भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत की नाक में खून निकलने के बाद तुरंत उनकी जांच की. बताया गया है कि कोविड के कई टेस्ट के बाद उनकी नाक से खून निकला था. इसपर बीडब्ल्यूएफ ने कहा था कि बीडब्ल्यूएफ बीएटी और थाईलैंड स्वास्थ अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि सभी खिलाड़ियों को सुरक्षित माहौल दिया जा सके. श्रीकांत ने एक फोटो पोस्ट की थी जिसमें उनकी नाक में से खून निकल रहा था और टिशू पेपर में खून दिखाई दे रहा था.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें