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खूब लड़ी तलवार वाली भवानी देवी, पुजारी के घर पैदा हो गई तलवारबाज़ी लड़की..!

तलवारबाज़ी हिन्दुस्तान में वीरों की निशानी मानी जाती है। महिला तलवारबाजों के बारे में हम सबने कई किस्से सुने हैं, लेकिन टोक्यो ओलंपिक्स से पहले शायद ही किसी ने देश की महिला तलवारबाज़ सी ए भवानी देवी का नाम सुना होगा. टोक्यो ओलंपिक्स में इतिहास रचने वालीं हैं

Updated on: 24 Sep 2021, 06:33 PM

highlights

  • तलवारबाज़ी हिन्दुस्तान में वीरों की निशानी मानी जाती है
  • सी ए भवानी देवी की तलवार का बेस प्राइस 61,00,000 रूपए
  • पैसे नमामि गंगे मिशन पर खर्च किए जाएंगे

नई दिल्ली:

तलवारबाज़ी हिन्दुस्तान में वीरों की निशानी मानी जाती है। महिला तलवारबाजों के बारे में हम सबने कई किस्से सुने हैं, लेकिन टोक्यो ओलंपिक्स से पहले शायद ही किसी ने देश की महिला तलवारबाज़ सी ए भवानी देवी का नाम सुना होगा. टोक्यो ओलंपिक्स में इतिहास रचने वाली इस बेटी ने वो इतिहास रचा जिसके बारे में आजतक देश में किसी महिला ने नहीं सोचा होगा. बता दें की सीए भवानी देवी तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई की रहने वालीं हैं ,27 वर्षीय भवानी देवी का पूरा नाम चडलवादा आनंद सुंदररमन भवानी देवी है .27 अगस्त 1993 को जन्मीं भवानी देवी मध्यवर्गीय परिवार में पांच भाई-बहनों के साथ पली बढ़ी हैं उनके दो पिता चेन्नई में ही हिंदू मंदिर के पुजारी हैं वहीं मां गृहिणी हैं .

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भवानी देवी ने 44 साल के तलवारबाजी के रिकॉर्ड को तोड़कर कॉमन वेल्थ चैंपियनशिप में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाया. दुनिया में शीर्ष 50 फेंसिंग रैंकिंग खिलाड़ियों में शामिल वह एकमात्र भारतीय हैं. बताते हैं कि इलेक्ट्रिक तलवार महंगी होने के कारण उसे खरीदने के उनके पास पैसे नहीं थे, जिसके बाद वह अक्सर टूर्नामेंट के लिए जाते समय अन्य खिलाड़ियों से तलवारें उधार लेती थी. ऑफिशियल नीलामी वेबसाइट के मुताबिक ब्लॉक पर  कुल 1300 आइटम्स हैं, जिसमें तलवारबाज़ सी ए भवानी देवी की तलवार का बेस प्राइस 61,00,000 रूपए है, बता दें कि पीएम ममेंटोज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले गिफ्ट की नीलामी शुरू की गई, उनको मिले उपहारों और स्मृति चिन्हों की ई-नीलामी में हिस्सा लेने के लिए भी पीएम मोदी ने लोगों से अपील की और कहा कि इससे आने वाले पैसे नमामि गंगे मिशन पर खर्च किए जाएंगे.

वहीं, जब पीएम मोदी ने 16 अगस्त को टोक्यो ओलिंपिक के भारतीय दल को विशेष रूप से आमंत्रित किया था तब भवानी ने पीएम मोदी से मुलाकात की और ट्वीट करते हुए अपने मन की बात सोशल मीडिया पर बयां की. भवानी ने अपने पिता को याद किया, और कहा 'आप और क्या चाहेंगे? मैंने हाल ही में अपने पिता को खोया था, अब माननीय प्रधानमंत्री के शब्द और आशीर्वाद ने मुझे उनकी याद दिला दी है. पीएम मोदी ने उन्हें झांसी की रानी की उपमा देते हुए कहा कि 'भारत ने पहली बार तलवारबाज़ी जैसे नए खेल में क्वालीफाई किया, जो आसान नहीं है. आपने देश के लिए एक नया खेल पेश किया है और हम सभी को गौरवान्वित किया है। आपकी उपलब्धियों ने पूरे देश के युवाओं और बच्चों को खेल में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है और तुम झांसी की रानी जैसी हो बेटा'.