भारत के शटलर पारूपल्ली कश्यप ने ऑस्ट्रेलिया ओपन इंटरनेशनल चैलेंज का पुरुष एकल खिताब जीत लिया है। फाइनल मुकाबले में उन्होंने मलेशिया के जून वेई चियाम को सीधे गेम में हरा दिया।
फाइनल मुकाबला कुल 37 मिनट चला और कश्यप ने प्रतिद्वंदि खिलाड़ी को 23-21 21-14 से मात देकर इतिहास रचा।
31 साल के इस खिलाड़ी ने जीत के बाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए ट्विट किया,' यहां विएना में खिताब जीतने की खुशी है। इस साल का मेरा यह पहला खिताब है। गोपीचंद अकादमी और मेरे प्रशंसकों को लगातार समर्थन कि लिए धन्यवाद।'
आपको बता दे कश्यप 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं।
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कश्यप 11 साल की उम्र से ही बैडमिंटन खेल रहे हैं। शुरुआती दिनों में उन्होंने गोपीचंद एकेडमी से ट्रेनिंग ली। 2006 में उनके प्रोफेशनल करियर की शुरुआत हुई। उसी वर्ष उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हांगकांग ओपन में था जहां वह बिटबर्गर ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंचे थे।
इसके बाद बाद डच ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे तो उसके बाद स्पैनिश ओपन के उपविजेता बने। कश्यप ने 2010 में कॉमनवेल्थ में कांस्य पदक जीता। इसके बाद हर मैच में उनका प्रदर्शन निखरता गया। भारत को बैडमिंटन का नया सितारा मिल गया था।
ऑस्ट्रेलिया ओपन इंटरनेशनल चैलेंज के दौरान भी वह काफी अच्छी लय में दिखे और पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने एक भी गेम नहीं गंवाया।
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Source : News Nation Bureau