मुंबई फुटबाल ऐरीन में खेले गए इस मुकाबले के लिए भारत के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने शुरुआती 11 में कुल सात बदलाव किए। कोच ने स्ट्राइकर जेजे लालपेख्लुआ की जगह बलवंत सिंह को मौका दिया जबकि गुरप्रीत सिंह संधू की जगह अमरिंदर सिंह ने गोलपोस्ट की जिम्मेदारी संभाली। हालांकि, जेजे को दूसरे हाफ में भारत के लिए 50वीं बार मैदान पर उतरने का मौका मिला।
न्यूजीलैंड ने मैच की शुरुआत से ही बेहतरीन खेल दिखाया और भारतीय डिफेंस को लगातार व्यस्त रखा। मेहमान टीम के फारवर्ड खिलाड़ियों ने गोलकीपर अमरिंदर सिंह की लगातार परीक्षा ली, लेकिन उन्होंने न्यूजीलैंड को शुरुआती बढ़त नहीं बनाने दी।
मैच के 43वें मिनट में भारतीय कप्तान सुनील छेत्री को गोल करने शानदार मौका मिला लेकिन वह गेंद को गोलपोस्ट के ऊपर से मार बैठे।
दूसरे हाफ की शुरुआत भारतीय टीम के लिए बेहतरीन रही और 47वें मिनट में मेहमान टीम के गोलकीपर माइकल कॉर्नेलिस गेंद को छेत्री के पांव पर मार बैठे जो सीधे गोल में चली गई और इस तरह मेजबान टीम को बिना मेहनत के 1-0 की बढ़त मिल गई।
इस टूर्नामेंट में छेत्री के छठे गोल को देखकर भारतीय प्रशंसकों को जो खुशी हुई थी वह दो मिनट बाद मायूसी में बदल गई। 49वें मिनट में सरप्रीत सिंह ने बॉक्स के बाहर से शानदार पास दिया जिस पर आंद्रे दे जोंग गोल करते हुए मेहमान टीम के बराबरी पर ला खड़ा किया।
इसके बाद, न्यूजीलैंड ने मैच में अपनी पकड़ बनानी शुरू कर दी और उन्हें गोल करने के कई मौके मिले लेकिन अमरिंदर सिंह ने मेजबान टीम को मैच में बनाए रखा। हालांकि, मैच के 86वें मिनट में वह न्यूजीलैंड को दूसरा गोल करने से नहीं रोक सके। मेहमान टीम के लिए विजयी गोल मोसेस डायर ने दागा।
मैच समाप्त होने के बाद भारतीय टीम ने पिछले मैच की तरह इस मैच में पूरे मैदान का चक्कर लगाकर दर्शकों का शुक्रिया अदा किया और दर्शकों ने भी तालियों से अपनी टीम की हौसलाआफजाई की।
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Source : IANS